भारतीय गणतंत्र दिवस (Bhaarteey Gantantr Diwas): गूगल का भारतीय गणतंत्र डूडल , Google Doodle पर दिखी भारतीय संस्कृति – भारत देश पूरे उमंग और उत्साह के साथ आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है आज 26 जनवरी को पूरी दुनिया भारत की सांस्कृतिक विरासत, सैन्य ताकत और विकास की झलक देखती है, जो कि हर एक भारतीय के लिए गौरवान्वित करने वाली बात है। वहीँ इस गणतंत्र दिवस को खास बनाते हुए गूगल ने भी अपना डूडल (Doodle) देशभक्ति के इस जश्न को समर्पित किया है। गूगल ने गणतंत्र दिवस (Google Doodle : Bhaarteey Gantantr Diwas) पर खास डूडल बनाकर भारतवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
गूगल ने भारत के 72वें गणतंत्र दिवस (Bhaarteey Gantantr Diwas) के मौके पर अपना खास डूडल (Google Doodle) बनाया है, जिसमें पूरे भारत की संस्कृति और विरासत की खास झलक दिखाई दे रही है। डूडल में विकास की ओर अग्रसर भारत दिखाई दे रहा है। गूगल के होम पेज पर क्लिक करते ही आपको डूडल नजर आएगा। गूगल ने अपने डूडल में भारत के विभिन्न राज्यों की सांस्कृति को दिखाने की कोशिश की है।
गणतंत्र के दिवस के बारे में सारी जानकारी
यहां गूगल के इस खास डूडल पर क्लिक करते ही नया गूगल पेज खुल रहा है। यह पेज पूरी तरह से भारत के गणतंत्र दिवस पर आधारित है। इसमें गणतंत्र दिवस से संबंधित फोटो, खबरें, जानकारी समेत अन्य सामग्री है। यहां लोग गणतंत्र दिवस से संबंधित जानकारी आसानी से पढ़ और फोटो देख सकते हैं।
पहली बार राजपथ नहीं, यहां हुआ था गणतंत्र दिवस का जश्न
बता दें कि देश में पहली बार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी, 1950 को मनाया गया था। खास बात यह थी कि इस जश्न का आयोजन राजपथ पर नहीं हुआ था। आपको जानकर हैरानी पहला गणतंत्र दिवस इर्विन स्टेडियम (आज का नेशनल स्टेडियम) में मनाया गया था। देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने यहां आकर तिरंगा झंडा फहराया और करीब तीन हजार जवानों की सलामी दी। इसके बाद 26 जनवरी की परेड का समारोह स्थल समय-समय पर बदलता रहा। साल 1955 में पहली बार गणतंत्र दिवस का जश्न राजपथ पर मनाया गया, जिसके बाद से आज तक नियमित रूप से हर साल यह जश्न यहीं मनाया जा रहा है।
Republic Day 2021: 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस?
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day) हर साल 26 जनवरी (26 January) को देश भर में मनाया जाता है. इस दिन देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है, साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर परेड होती है. गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति राष्ट्र ध्वज (National Flag) फहराते हैं और 21 तोपों की सलामी दी जाती है. गणतंत्र दिवस (Republic Day) की भव्य परेड में भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट, वायुसेना, नौसेना आदि सभी भाग लेते हैं. इसके साथ ही परेड में झांकियां निकाली जाती हैं.
26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस?
साल 1929 में दिसंबर में लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में हुआ. इस अधिवेशन में प्रस्ताव पारित कर इस बात की घोषणा की गई कि यदि अंग्रेज सरकार द्वारा 26 जनवरी 1930 तक भारत को डोमीनियन का दर्जा नहीं दिया गया तो भारत को पूर्ण रूप से स्वतंत्र देश घोषित कर दिया जाएगा. जब अंग्रेज सरकार ने कुछ नहीं किया तब कांग्रेस ने 26 जनवरी 1930 को भारत को पूर्ण स्वराज घोषित कर दिया. भारत की आजादी के बाद संविधान सभा की घोषणा की गई जिसने अपना कार्य 9 दिसम्बर 1947 से शुरु किया. संविधान सभा ने 2 साल, 11 महीने, 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया.
26 नवंबर 1949 को संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को भारतीय संविधान सुपूर्द किया गया. बता दें कि अनेक सुधारों और बदलावों के बाद सभा के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को संविधान की दो हस्तलिखित कॉपियों पर हस्ताक्षर किये. इसके दो दिन बाद संविधान 26 जनवरी को देश भर में लागू हो गया. 26 जनवरी को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था और यही कारण है कि हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है.