अयोध्या: राम मंदिर भूमि पूजन से पहले एक बार फिर रामचंद्र परमहंस की ओर से दान की गई राम शिलाओं का जिक्र उठा है. अयोध्या कोषागार में रख गई शिलाओं को राम मंदिर की आधारशिला रखते वक्त प्रयोग करने की मांग उठी है, इसके लिए दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेशदास ने बकायदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेशदास ने बताया कि साकेतवासी रामचंद्र परमहंस ने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन की शुरूआत से ही प्रमुख भूमिका निभाई. उन्होंने 1949 में मूर्ति रखने से लेकर 1989 में शिलान्यास करने और फिर 2002 में शिलाओं को दान कर राम मंदिर के लिए आंदोलन को आगे बढ़ाया.
पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में महंत सुरेशदास ने बताया कि 2002 में कानूनी अड़चन की वजह से महाराज परमहंस की तरफ से दान की गई शिलाओं को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के राजदूत शत्रुघ्न सिंह ने स्वीकार किया था, जो कि अयोध्या कोषागार में रखी गई हैं.
महंत सुरेशदास ने कहा कि जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर की नींव रखी जा रही है, तो रामचंद्र परमहंस दास के हाथों से दान की गई शिलाओं को भी कोषागार से निकालकर 5 अगस्त के भूमि पूजन कार्यक्रम में मंदिर निर्माण के लिए प्रयोग में लाया जाए. ऐसा कर रामचंद्र परमहंस की भूमिका के साथ न्याय होगा.