अमृतसर। कपूरथला में दरिंदगी का शिकार हुई बच्ची का इलाज अमृतसर स्थित गुरुनानक देव अस्पताल में चल रहा है। दरिंदों ने बच्ची की टांग तोड़ा दी। साथ ही इतनी दरिंदगी की गई कि डॉक्टरों को उसकी बच्चेदानी निकालनी पड़ी है। बताया जा रहा है कि डॉक्टरों को इंफेक्शन बढ़ने की वजह से ऐसा करना पड़ा है। बच्ची के पैरों पर प्लास्टर कर दिया गया है।
डॉक्टरों के मुताबिक बच्ची को गला घोंटकर मारने का भी प्रयास किया गया था। बच्ची की हालत अभी स्थिर है। हालांकि परिजनों का कहना है कि दुष्कर्म पीड़िता बच्ची को सरकारी अस्पताल में निशुल्क उपचार नहीं दिया जा रहा। महंगी दवाइयां व जरूरी सामान बाहर से मंगवाया जा रहा है।
बच्ची से दरिंदगी की घटना 15 मार्च की है। भुलाणा में पड़ते आरसीएफ के बाहर बनी झुग्गियों में देर शाम 25 वर्षीय शादीशुदा युवक ने एक सात वर्षीय बच्ची को घर में अकेली देखकर अपनी हवस का शिकार बनाया। जैसे ही बच्ची के चिल्लाने की आवाज पड़ोसियों को सुनाई दी तो युवक मौके से फरार हो गया।
थाना भुलाणा की चौकी के इंचार्ज़ एएसआइ गुरदीप सिंह द्वारा लड़की को सिविल अस्पताल कपूरथला में मेडिकल जांच के लिए लेे जाया गया। जैसे ही कपूरथला के एसएसपी कंवरदीप कौर, डीएसपी सब-डिवीज़न सुरिंदर सिंह, डीएसपी सुल्तानपुर लोधी सरवन सिंह बल, एसएचओ फतूढींगा सोनमदीप कौर को पता चला तो वह मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने लड़की का मेडिकल करवाया।
छापामारी के बाद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए उसे कपूरथला सिविल अस्पताल से अमृतसर स्थित गुरुनानक देव अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां भी बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है। आरोपित ने बच्ची से इतनी दरिंदगी की कि डॉक्टरों को उसकी बच्चेदानी निकालनी पड़ी है।
बिस्कुट देने के बहाने बुलाया था बच्ची को
आरोपित मुकेश कुमार ने बच्ची को बिस्कुट दिलाने के बहाने अपने पास बुलाया था। लड़की के पिता ने बताया कि आरोपित उसे खाली झुग्गी में ले गया था और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में लड़की के गुप्तांग में लकड़ी डाल दी। घटना के बाद पुलिस की तरफ से लड़की के पिता के बयानों के आधार पर मुकदमा नंबर 68 दर्ज किया गया, जिस पर आइपीसी की धारा 376,307,4 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया।