Ind vs Aus: अजिंक्य रहाणे ने बताया कि किस तेज गेंदबाज की कमी टेस्ट में टीम को खलेगी

Khabar Satta
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खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
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एडिलेट। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 17 दिसंबर से शुरू हो रहे चार मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा कि, भारतीय टीम को तेज गेंदबाज इशांत शर्मा की कमी महसूस होगी। हालांकि उन्होंने डे-नाइट टेस्ट मैच के लिए टीम संयोजन पर कुछ खुलकर नहीं बताया। आपको बता दें कि पहले टेस्ट मैच के बाद विराट कोहली भारत वापस लौट जाएंगे और इसके बाद रहाणे तीन मैचों में कप्तानी कर सकते हैं।

अजिंक्य रहाणे ने कहा कि, हमारे पास मजबूत आक्रमण है लेकिन हमें इशांत की कमी खलेगी क्योंकि वो टीम में सबसे सीनियर तेज गेंदबाज हैं। इशांत को आइपीएल 2020 के दौरान पसली में चोट लगी थी । रहाणे ने हालांकि भरोसा जताया कि इशांत की गैर मौजूदगी में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की अगुवाई में तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करेंगे । उन्होंने कहा कि उमेश यादव , नवदीप सैनी, मो. सिराज, जसप्रती बुमराह और मो. शमी सभी अच्छे गेंदबाज हैं और उनके पास अनुभव भी है। उन्हें पता है कि यहां कैसी गेंदबाजी करनी है ।

उन्होंने कहा कि ये नई टेस्ट सीरीज है जो गुलाबी गेंद से शुरू होगी और इसके लिए लय हासिल करना जरूरी है । मेरा मानना है कि हमारे गेंदबाज 20 विकेट ले सकते हैं। ओपनर्स के हबारे में पूछने पर रहाणे ने कहा कि मैच की पूर्व संध्या पर इस बारे में फैसला लिया जायेगा । भारत के पास मयंक अग्रवाल, पृथ्वी साव, शुभमन गिल और केएल राहुल के विकल्प हैं। वहीं विकेटकीपिंग के लिए रिषभ पंत और रिद्धिमान साहा के विकल्प हैं । रहाणे ने कहा कि अभी टीम संयोजन तय नहीं हुआ है।  हम बैठक करेंगे और उसके बाद एक और दिन और अभ्यास सत्र है। इस पर तब बात की जायेगी। सभी समान रूप से प्रतिभाशाली है और सभी हमारे लिये मैच जीतने का दम रखते हैं।

उन्होंने इस बारे में भी कोई ठोस जवाब नहीं दिया कि सीनियर स्पिनर आर अश्विन की क्या भूमिका होगी लेकिन कहा कि पहले टेस्ट में उनका ऑलराउंडर होना काफी फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि अश्विन की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। वो अनुभवी गेंदबाज है और उसके पास विविधता है । बतौर गेंदबाज और बल्लेबाज उसकी भूमिका काफी अहम है। गुलाबी गेंद से टेस्ट में दिन ढलने के दौरान का सत्र काफी अहम होता है और उस पर काफी तैयारी की जा रही है ।

उन्होंने कहा कि नई गुलाबी गेंद की रफ्तार सूर्यास्त के समय काफी तेज हो जाती है। ऐसे में बल्लेबाजों के लिए फोकस करना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि लाल गेंद से हम दिन भर खेलते हैं तो रफ्तार में अचानक बदलाव नहीं आता है लेकिन गुलाबी गेंद से 40 . 50 मिनट के भीतर गति अचानक बदल जाती है ।उस समय सही सामंजस्य बिठाना जरूरी है।

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