गरियाबंद। प्रोजेरिया से पीड़ित शैलेन्द्र ध्रुव को आज एक दिन के लिए गरियाबंद जिले के कलेक्टर के तौर पर पूरे सम्मान के साथ कुर्सी पर बिठाया गया। एक कलेक्टर जिस तरह से अपने घर से दफ्तर आते हैं, ठीक उसी तरह शेडो कलेक्टर शैलेंद्र ध्रुव जिला कार्यालय गरियाबंद पहुंचे। यहां कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने उनसे मुलाकात की, उसके बाद उन्हें अपनी कुर्सी भी सौंपी। कलेक्टर की कुर्सी पर बैठकर शैलेन्द्र को मानो जीवनभर की खुशी मिल गई। इसके बाद कलेक्टर गरियाबंद स्वयं उसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात के लिए राजधानी रवाना हो गए।
बता दें कि प्रोजेरिया से पीड़ित ग्राम मेडकीडबरी निवासी शैलेंद्र की एक दिन के लिए कलेक्टर बनने की इच्छा थी। गंभीर रुप से लाइलाज बीमारी से जुझ रहे शैलेन्द्र की उम्र महज 16 साल ही है, लेकिन वह पूरी तरह से बूढ़ा हो चुका है। इस बात की जानकारी गरियाबंद कलेक्टर को जब मिली, तो उन्होंने तत्काल उसके लिए इंतजाम भी करा दिया। इसके बाद जानकारी सीएम बघेल तक पहुंची, तो उन्होंने भी किसी तरह का ऐतराज नहीं जताया।
बन चुकी है फिल्म ‘पा’
इस प्रोजेरिया नामक बीमारी को लेकर कुछ साल पहले एक फिल्म बनी थी ‘पा’, जिसमें सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने ‘पा’ का अभिनय किया था। गरियाबंद जिले का शैलेन्द्र भी उसी बीमारी का शिकार है। पीड़ित बच्चे का नाम शैलेन्द्र ध्रुव है, जो छुरा विकासखंड के मेढकीढबरी गांव का निवासी है। शैलेन्द्र वैसे तो मात्र 16 साल का है मगर बीमारी के कारण उसकी शारीरिक कौशिकाओं का अधिक विकास हो चुका है। जिसके चलते उसकी कौशिकायें किसी 80 साल के बुजुर्ग जैसी नजर आती हैं।