लेख
क्या वाकई जाति व्यवस्था के पक्षधर थे महात्मा गांधी
सतीष भारतीय : महात्मा गांधी भारतीय संदर्भ में एक ऐसा नाम है जिसकी कीर्ति समूचे विश्व में महज इसलिए ही नहीं बेतहाशा मान्य है ...
सामाजिक सद्भाव और प्रेम का पर्व है- होली : सुयश मिश्रा
सामाजिक सद्भाव और प्रेम का पर्व है- होली। यद्यपि होली को पौराणिक संदर्भों के अनुसार भक्त प्रहलाद और उनकी बुआ होलिका के संदर्भ में ...
एक सैनिक की होली -ज्योति शर्मा
सागर, ज्योति शर्मा :- क्या सोच कर देते होंगे लोग ,एक सैनिक को ,अपनी जान से प्यारी बेटी ,क्या सीना होगा, उस बाप का ...
UNICEF जब रोहिंगयाओ कि मदद कर सकता है तो कश्मीरी पंडितों की क्यों नही हुई -दिव्य अग्रवाल
यूनाइटेड नेशन्स इंटरनेशनल चिल्ड्रेन्स इमरजेंसी फण्ड ने कोक्स बाजार ,बंग्लादेश में आग से प्रभावित रोहिंगयाओ की मदद के लिया हाथ बढाते हुए अपने सोशल ...
एक तो बेरोजगारी ऊपर से महामारी
सागर ज्योति शर्मा :-बेरोजगारी शब्द का अर्थ हम अपनी भाषा में ऐसे समझ सकते हैं कि किसी व्यक्ति द्वारा रोजगार की तलाश किए जाने ...
“ प्रदूषित होती प्राणवायु ”
सागर, ज्योति शर्मा :-विकास और संसाधनों की चाह में हम मनुष्यों ने पर्यावरण को जिस तरह नुकसान पहुंचाया है उससे आज हमारा सांस लेना ...
“ रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून ”
सागर: ज्योति शर्मा “ रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून ” “ पानी रे पानी तेरा रंग कैसा, दुनिया बनाने वाले रब जैसा ...
Womens Day 2021: “मैं सबला सशक्त नारी हूँ” Womens Day Poem In Hindi
“मैं सबला सशक्त नारी हूँ“ मैं सबला सशक्त नारी हूँमैं सेवाधर्मिता का पर्याय भी हूँमैं उन्मुक्त उड़ान की पहचान भी हूँमैं त्याग की सर्वोत्तम परिभाषा ...