भारत के प्रतिष्ठित एवम् मान्य हिंदू मंदिरों में से एक श्री सालासर बालाजी मंदिर है। राजस्थान में स्थित इस मंदिर के पुजारी, श्री नितिन पुजारी इस धाम के माध्यम से बालाजी की सेवा में जुटे हुए हैं।
अनेक सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए नितिन पुजारी सोशल मीडिया पर भी बेहद सक्रिय हैं। अपने दान और परोपकारी व्यवहार को से वो लोगो में जागरूकता फैलाने का काम कर रहें हैं। गौ माता की सेवा को अपना धर्म मानते हुए, नितिन पुजारी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा- “आज गौ माता की सेवा का अवसर मिला, आत्म संतुष्टि का अनुभव हो रहा है।
आप भी जीवन मैं गौ माता की सेवा करके देखें, आनंद की अनुभूति स्वयं होगी। श्री बालाजी महाराज से प्रार्थना है, आप सभी स्वस्थ रहें, धन, धन्य वैभव, यश, प्राप्त हो।”
अपने सुविचारो के साथ लोगों में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ, नितिन पुजारी लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। दान, गौ माता की सेवा इत्यादि के साथ-साथ नितिन पुजारी लोगों को प्रेरित करने का काम भी करते हैं। श्री मिठ्ठू जी पूजारी के सुपुत्र नितिन पूजारी, कनीराम जी के वंशज हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान नितिन पुजारी ने गौ माता से संबंधित अनेक बातें कही। उन्होंने कहा की- “गौ माता को खिलाना उदारता का काम है, उसके साथ साथ ये आपके कुंडली व घरों के हानिकारक प्रभावों को कम करने व दूर करने में भी मदद करता है।
अचल संपत्ति के कारोबार में मुनाफा चाहने वालों को एक गाय को खिलाना चाहिए। गाय को खिलाते वक्त आप गाय की आभा, गंध व सांस को अवशोषित करते रहें।
यह आपके आसपास की नकारात्मकता को दूर करने में मदद करता है। यह राहु के प्रभाव वाली नकारात्मकता को दूर करने में भी मदद करता है। गाय के पास होना और उसे आत्मसात करना सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। यह आपको अवसाद से छुटकारा दिलाने और क्रोध को दूर करने में मदद करता है।
सूर्य के अशुभ प्रभाव हर रविवार को भोग लगाने से आपकी कुंडली का भाव भी छोटा हो सकता है। इंसान को ज्योतिषीय लाभ और पापों का पश्चाताप भी गाय को खिलाने से हो सकता है।
इससे आपको अपार सुख और आत्मीय शांति का अनुभव भी होता है। अपने पापों के प्रायश्चित के लिए गौ सेवा और जरूरतमंदों की सेवा एक सर्वोत्तम तरीका है।
असहाय जानवरों और जरूरतमंदों को खाना खिलाना एक नेकी का काम है। इसके अपने ज्योतिषीय लाभ हैं। हिंदू धर्म में गाय एक मजबूत आध्यात्मिक प्रतीक है।
गाय पृथ्वी का प्रतीक एवं हिंदू शास्त्रों में वर्णित 7 माताओं में से एक है। यह भी एक हिंदू मान्यता है कि गाय में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास है। और इसलिए हिंदुओं में गाय पूजा बेहद लोकप्रिय है। गाय का अर्थ है हमारी मां और माताएं किसी भी रूप में पूजा के उच्चतम क्रम में है।”
इन सुविचारों के साथ नितिन पुजारी निरंतर गौ माता की सेवा और, सालासर बालाजी धाम की सेवा में लगे हुए हैं।