मध्यप्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को मिलने वाली बिजली बिलों पर सब्सिडी को बंद कर दिया गया है। दरअसल साल भर में बिजली कंपनियां बिजली उपभोक्ताओं को अलग-अलग योजनाओं के तहत 12 हजार करोड़ रुपये के करीब सब्सिडी देती है।
सब्सिडी की राशि बिजली उपभोक्ताओं के खाते में सीधे ट्रांसफर कर दी जाती है, लेकिन अब उपभोक्ताओं को सब्सिडी नहीं दी जाएगी। ऐसा करने से बिजली कंपनियों का घाटा कम हो जाएगा। दरअसल इसका मकसद क्या है इसके बारे में नीचे कुछ विस्तार से समझाते है।
उपभोक्ताओं को मिलेगा ये लाभ
मध्यप्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के लिए कुछ दिनों पहले बिजली बिलों में सब्सिडी की योजना शुरू की गई थी, लेकिन अब इसे बंद कर दी गई है।
बिजली कंपनी ने एक मंथन किया था जिसमें रूपरेखा तैयार की गई ।जिसमें बिजली कंपनी को बिजली का पूरा पैसा मिल जाएगा और उसका घाटा भी कम होने की उम्मीद है। अगर बिजली कंपनी का घाटा कम हो जाता है तो व्यवस्थाएं भी बेहतर होगी और इसका लाभ सीधा उपभोक्ताओं को मिलेगा।
बिजली कंपनी के पीएस ने दी ये जानकारी
बता दें कि शिवराज सरकार के द्वारा बिजली कंपनियों को 2021 और बारहवीं की सब्सिडी की राशि दी थी, लेकिन 2020 और 21 की सब्सिडी की राशि अभी तक नहीं मिली है।
बिजली कंपनी के पीएस संजय दुबे ने जानकारी देते हुए होने वाले नवाचारों पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की है जिसमें बताया कि अगले एक-दो महा में सब्सिडी बैंक खाते में देने का आरंभिक चरण शुरू कर दिया जाएगा।
जानें किस तरह मिलती है सब्सिडी
दरअसल बिजली उपभोक्ताओं को इंदिरा ज्योति योजना के तहत डेढ़ सौ यूनिट तक बिजली खर्च करने पर सब्सिडी मिलती है। इसके अलावा बीपीएल कार्ड धारक बिजली उपभोक्ताओं को भी तेरी के आधार पर सब्सिडी दी जाती है।
वहीं मोटर के हॉर्सपावर के अनुसार किसानों को सिंचाई के लिए सब्सिडी मिलती है। वहीं उद्योग समय सोलर और अन्य श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं को भी सब्सिडी दी जाती है।
जाने कैसे मिलती है सब्सिडी ऐसे समझे
बता दें कि मध्यप्रदेश में बिजली विभाग के द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को कई तरह की सब्सिडी मिल रही थी जिसमें अटल ग्रह ज्योति योजना के तहत 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली के अलावा और भी कई तरह की व्यवस्था थी, लेकिन इस सब्सिडी को लेकर लोगों की शिकायत मिल रही थी।
जिसके बारे में बदलाव का तरीका अपनाया गया है। लोगों का आरोप था कि हमें बिल में किसी भी प्रकार की सब्सिडी नहीं मिल रही है। इसे देखते हुए अब निर्णय लिया गया है कि हर बिजली उपभोक्ताओं को अपना पूरा बिल सब्सिडी वाला बिल भरेगा इसके पश्चात बैंक खाते में सब्सिडी को डाला जाएगा।