भोपाल। पाकिस्तान पर बने सिस्टम से पांच दिन से ठिठककर खड़े मानसून को कुछ ऊर्जा मिलना शुरू हो गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौजूदा स्थिति को देखते हुए शनिवार को मानसून पूरे मध्यप्रदेश में छा सकता है। वर्तमान में प्रदेश के 90 फीसद क्षेत्र में मानसून आ चुका है। रविवार तक पूरे प्रदेश में मानसून छा जाएगा। इसके साथ ही बारिश की गतिविधियों में भी कुछ बढ़ोतरी होने लगी है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून ने इस बार अपनी निर्धारित तारीख 16 जून से छह दिन पहले 10 जून को ही मप्र में दस्तक दे दी थी।
ताबड़तोड़ ढंग से आगे बढ़ते हुए मानसून तीन दिन में राजधानी सहित प्रदेश के आधे हिस्से में छा गया था, लेकिन इसके बाद नमी नहीं मिलने के कारण मानसून शिथिल पड़ गया था, हालांकि इस दौरान बंगाल की खाड़ी से नमी मिलते रहने के कारण पूर्वी मप्र में बारिश का सिलसिला जारी रहा, पश्चिमी मप्र के कुछ जिलों में भी रूक-रूक कर बौछारें पड़ती रहीं।
वर्तमान में दक्षिणी पाकिस्तान पर 5.8 किलोमीटर पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से गुजरात और उससे लगे मालवा के क्षेत्र को अरब सागर से अच्छी नमी मिलना शुरू हो गई है। इससे मानसून को भी आगे बढऩे में ऊर्जा मिली है।
हरियाणा पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। उत्तरी राजस्थान पर भी एक चक्रवात मौजूद है। उत्तर-पश्चिम बिहार पर एक कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। इसके अलावा महाराष्ट्र से लेकर केरल तक एक अपतटीय द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है।
इन पांच वेदर सिस्टम के सक्रिय होने से प्रदेश में बरसात की गतिविधियों में तेजी आई है। शनिवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की भी संभावना है।
उधर पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सीधी में 75.6, सिवनी में 68.6, रतलाम में 60, नरसिंहपुर में 32, रायसेन में 20, रीवा में 18.6, सतना में 14.2, पचमढ़ी में 7, खजुराहो में 6.4,दमोह, शाजापुर में 6, भोपाल में 4.1, गुना में 3, सागर, होशंगाबाद में 2.6, उज्जैन में 2, मलाजखंड में 1.8, इंदौर में 1.7, उमरिया में 1.6, भोपाल शहर में 0.4 मिलीमीटर बरसात हुई।
इन क्षेत्रों में बारिश के आसार
मानसून के सक्रिय होने से रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, होशंगाबाद, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में बारिश की संभावना है। इनमें रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।