सिवनी,। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सिवनी (Seoni) जिले के तुलसीराम ठाकुर ने कोविड टीकाकरण को लेकर जो जागरूकता और ज़िम्मेदारी दिखाई है, जो की मिसाल बन गई है।
सिवनी जिले के चंदनवाड़ा कला निवासी तुलसीराम ठाकुर को 18+ का वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद सिवनी में वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट नहीं मिल रहा था, हालाँकि यह परेशानी सिर्फ तुलसीराम की नहीं है बल्कि ज्यादातर लोग अभी वैक्सीन लगवाने के लिए स्लॉट बुक करने के लिए परेशान होते दिखाई दे रहे है.
जब तुलसी राम भी वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक करना चाहते थे तो सिवनी तो उन्हें मिल नहीं पा रहा था तब उन्होंने मंडला जिले के घुघरी में ओपन स्लॉट में बुकिंग कराई। उन्होंने अपने गांव से 160 किलोमीटर दूर जाकर वैक्सीनेशन कराया।
इनसब में यह भी ख़ास है कि तुलसीराम के साथ साथ उनके परिवार की महिलाओं ने भी मंडला जाकर ही वैक्सीन लगवाई. घुघरी में वैक्सीनेशन कराने पहुंचे तुलसीराम ठाकुर के परिवार की जागरूकता और कर्तव्यबोध को देखकर अधिकारी भी दंग रह गए।
इस संबंध में तुलसीराम ठाकुर कहते हैं कि वे चार पहिया वाहन से परिवार सहित, घुघरी के टीकाकरण स्थल तक पहुंचें। उनका कहना है कि घुघरी में वैक्सीनेशन होने से वे बेहद खुश हैं और जनमानस से भी अपील करते हैं कि टीकाकरण अवश्य करवाएं।
उन्होंने कहा है कि कोरोना के इस संकट से सिर्फ अब टीका एवं जरूरी सावधानी ही बचाव है, इसलिए ये नहीं सोचना है कि टीका कहां लगेगा, जहां भी लग सकता है वहां जाकर अपना और अपने परिवार का टीकाकरण कराना ही चाहिए।
परिवार स्वस्थ है तो जिन्दगी में बहुत कुछ आपके पास है, परिवार दुखी तो जीवन में खुशी नहीं आपके पास आ सकती है। इसलिए भी ये जरूरी है कि कोरोना के इस बुरे दौर में वैक्सीनेशन से अपना और अपने परिवार को सुरक्षा प्रदान कराई जाए।
दरअसल, तुलसीराम ठाकुर के इस साहस और परिवार को देखकर कहना होगा कि कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में वैक्सीनेशन सुरक्षा कवच का काम कर रहा है। लेकिन भ्रांतियों और गलत अफवाह के कारण वैक्सीनेशन कम संख्या में लाभार्थी करा रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए तुलसीराम ठाकुर ने सही राह दिखाई है।