वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नृसिंह जयंती के रूप में मनाया जाता है. भगवान श्री नृसिंह शक्ति तथा पराक्रम के प्रमुख देवता माने जाते हैं, पौराणिक मान्यता एवं धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी तिथि को भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लेकर दैत्यों के राजा हिरण्यकशिपु का वध किया था ।
नृसिंह चतुर्दशी को भक्तगण संकल्पपूर्वक व्रत रखते है । इस दिन नृसिंह भगवान की पूजा लक्ष्मी जी के साथ की जाती है । इस दिन भगवान का व्रत करने से समस्त मनोकामना पूर्ण होती है । चंदन फूल दीप धूप और नैवेघ आदि से भगवान की पूजन करना चाहिए । भगवान नरसिंह की पूजा में खासतौर से चंदन चढ़ाया जाता है और अभिषेक किया जाता है।
Narasimha Jayanti 2021 is on May 25 Tuesday
ज्योतिषाचार्य रजनीश आचार्य ने बताया कि नृसिंह भगवान विष्णु के रौद्र रूप का अवतार है। इसलिए इनका क्रोध शांत करने के लिए चंदन चढ़ाया जाता है। जो कि शीतलता देता है। दूध, पंचामृत और पानी से किया गया अभिषेक भी इस रौद्र रूप को शांत करने के लिए किया जाता है। भगवान नरसिंह को प्रसन्न करने के लिए नरसिंह गायत्री मंत्र का जपें और अंत मे क्षमा प्रार्थना करना चाहिए ।
जिनके कुल देवता नृसिंह भगवान है वे लोग 10 दिन पहले से परान्न अर्थात पराये अन्न का सेवन नहीं करते है । इस 10 दिनों के दौरान अन्न को पहले भूंज कर बनाया जाता है । नृसिंह जयंती के दिन व्रत रखा जाता है और उसके अगले दिन भंडारा का आयोजन किया जाता है ।
भक्तगण इस दिन के लिए निम्न उपाय कर सकते है –
कोरोना काल मे या वैसे भी अगर शरीर में लंबे समय से कोई बीमारी चल रही है और इलाज के बाद भी राहत नहीं मिल पा रही है, तो भगवान नृसिंह को चंदन का लेप चढ़ाएं ।
धन के लिए या बचत के लिए भगवान नृसिंह को नागकेसर चढ़ाया जाता है। नागकेसर चढ़ाकर थोड़ा सा अपने साथ घर लेकर आएं और उसे घर की तिजोरी या लाॅकर मे रख दे ।
यदि जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है नृसिंह जयंती को किसी नृसिंह मंदिर में जाकर एक मोरपंख चढ़ा दें। इससे आपको राहत मिलेगी।
किसी कानूनी उलझन में फंसे है और कोर्ट-कचहरी में चक्कर लगाते हुए थक गए हैं तो नृसिंह चतुर्दशी पर भगवान को दही का प्रसाद चढ़ाएं।
नृसिंह जयंती एवं नृसिंह प्रकोटत्सव
प्रतिस्पर्धा से परेशान हैं या सदैव अनजान दुश्मनों का भय बना रहता है तो भगवान नृसिंह को बर्फ मिला पानी चढ़ाएं। आपको हर तरफ से सफलता मिलने लगेगी।
अगर कोई करीबी या रिश्तेदार आपसे नाराज है या संबंधो में मधुरता नहीं रही है तो उससे रिश्ते को फिर वैसे ही बनाने के लिए मक्की का आटा मंदिर में दान कर दें।
अगर आप कर्ज में डूब रहे हों या आपका पैसा कहीं फंस गया है, उधारी वसूल नहीं हो रही है तो नृसिंह भगवान को चांदी या मोती चढ़ाएं।
जो मनुष्य विधि विधान से नृसिंह भगवान का व्रत एवं पूजन करते है संसार के समस्त सुखो को भोगकर सुख शांति को प्राप्त होते है ।
Important Timings On Narasimha Jayanti
Sunrise | May 25, 2021 7:01 PM |
Sunset | May 25, 2021 7:01 PM |
Chaturdashi Tithi Begins | May 25, 2021 12:11 AM |
Chaturdashi Tithi Ends | May 25, 2021 8:30 PM |
Madhyahna Sankalp Time | May 25, 11:04 AM – May 25, 1:43 PM |
Narasimha Jayanti Sanyakal Puja Time | May 25, 4:22 PM – May 25, 7:01 PM |
Parana Time | May 26, 2021 5:45 AM |
Narasimha Jayanti Dates Between 2021 & 2028
Year | Date |
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2021 | Tuesday, 25th of May |
2022 | Saturday, 14th of May |
2023 | Thursday, 4th of May |
2024 | Tuesday, 21st of May |
2025 | Sunday, 11th of May |
2026 | Thursday, 30th of April |
2027 | Tuesday, 18th of May |
2028 | Sunday, 7th of May |