सिवनी : भारत देश में एक ऐसा कोई प्रदेश और जिला नही बचा होगा जहाँ कोरोना वायरस अपना रौद्र रूप ना दिखा रहा हो, वहीँ मध्य प्रदेश में भी हालात लगातार ही बिगड़ते जा रहे है, प्रदेश के हर जिले में कोरोना वायरस लगातार अपने पैर पसार रहा है .
मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में भी कोरोना अपना विकराल रूप दिखाने लगा है ऐसा कोई एक दिन नही निकल रहा होगा जब किसी के देवलोक गमन की खबर ना सुनाई पड़ती हो, सिवनी जिले में जिला चिकित्सालय के कोरोना वार्ड पूरी तरह से फुल है मरीजों को अब अस्पताल में आसानी से एक बेड भी नसीब होना बहुत मुश्किल है
कोरोना काल के संकट के जूझते सिवनी को अब निःशुल्क ईलाज के लिये हॉस्पिटल के अलावा अन्य कोविड सेंटर की जरूरत प्रतीत हो रही है, और यह जरूरत पूरी हर वर्ष चुनावो में करोङो की राशि खर्च करने वाले राष्ट्रीय दल भाजपा और काग्रेस आसानी से कर सकते है।
सिवनी जिले में दोनो ही दल भाजपा और कांग्रेस के पास संसधान युक्त भवन उपलब्ध है जिसको आसानी से कोविड केयर सेंटर बनाया जा सकता है, इन सेंटरों में जिला प्रशासन की मदद से स्वास्थ्य सम्बधी सुविधाओं की व्यवस्था हो सकती है. भाजपा कांग्रेस कार्यालय में यदि कोविड केयर सेण्टर बनाया जाता है तो कम परेशानी वाले मरीजों को यहाँ रखकर उनका इलाज किया जा सकता है
हालाँकि सिवनी के नसीब में कुछ अच्छा आसानी से आता नहीं है भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को तो बिना बोले अब तक अपने भवनों को जिला प्रशासन के साथ मिलकर कोविड केयर सेंटर बना दिया जाना था . इस खबर के बाद भी यदि सिवनी जिले के भाजपा और कांग्रेस के नेता अपने भवनों को कोविड केयर सेंटर बनाने का प्रस्ताव जिला प्रशासन को नहीं देते तो आप खुद समझ लीजिये सिवनी के नेताओं को आखिर प्यारा क्या है?
जिला प्रशासन और सिवनी जिले के नेताओं की इच्छा शक्ति हो तो अनेको ऐसे कदम प्रशासन और नेता उठा सकते है जिससे सिवनी जिला आसानी से इस महामारी से लडकर इस महामारी को परास्त कर सकता है .
(पाठक अपने महत्वपूर्ण सुझाव बिना आरोप प्रत्यारोप लगाए कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं। जिला अपना है लोग अपने हैं )