सिवनी । नारी ही नारी की सबसे बड़ी दुश्मन है। नारी को नारी का सम्मान करना चाहिए। बहु को अपनी सांस, ननंद का सांस को अपनी बहु का, ननंद को अपनी भाभी का, बेटी को मां का और मां को अपनी बेटी का सम्मान करना चाहिए। क्योंकि नारी ही नारी पर लांछन लगाने में सबसे आगे होती है।
अगर नारी ने नारी को समझ लिया और उसका सम्मान कर लिया व एक नारी दूसरे नारी के अपमान के खिलाफ उसके साथ खड़े हो गई तो उसे किसी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और नारी पर होने वाले अपराध स्वत: ही कम हो जायेगे, नारी-नारी का सम्मान करने की ठान ले तो उसे किसी का मोहताज नहीं होना पड़ेगा और नहीं कभी पुलिस के पास आना पड़ेगा उक्ताशय की बात बीते दिवस अन्तराज़्ष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय आदशज़् चोरसिया महासभा महिला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कायज़्क्रम को संबोधित करते हुऐ अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सिवनी सुश्री पारूल शर्मा द्वारा अपने उद्बोधन में कहीं गई।
सुश्री शर्मा ने आगे कहां कि इस समाज में महिला को सम्मान पाने के लिए अपने परिवार और समाज की दूसरी महिला का सम्मान करना होगा। ऐसा करने से न सिफज़् महिला सम्मान प्राप्त करेगी बल्कि महिलाओं पर होने वाले घरेलू अत्याचारों से भी उन्हे मुक्ति मिल जायेगी।
इस कायज़्क्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय चोरसिया महासभा महिला प्रकोष्ठ की संगठन मंत्री श्रीमती रीना चौरसिया ने नारियों का अव्हान किया कि वे अपनी गृहणी की महत्ती भूमिका निभाते हुए खाली समय का सद्उपयोग करें। एवं आत्म निभज़्र बने। अपने अधिकारों को जाने उनका सही उपयोग करें राष्ट्र के निमाज़्ण में सहयोग प्रदान करे।
कायज़्क्रम की अध्यक्षीयी उद्बोधन में महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष श्रीमति आनंदी चौरसिया ने कहा कि महिलाओं का पिछड़ा होना बीते जमाने की बात हो चुकी है आज की महिला हर क्षेत्र में पुष्षो से कंधा मिलाकर अपना मुकाम हासिल कर रही है। घर में रह रही वे मातृशक्ति जो गृहणी की महत्ती भूमिको समाज एवं राष्ट्र निमाज़्ण में जीजीबाई की तरह निभा रही है।
कायज़्क्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया। इस दौरान माता सरस्वती का पूजन कर पुष्प अपिज़्त किये और माता की वंदना की गई। इसके पश्चात कायज़्क्रम में उपस्थित मुख्यातिथि अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सुश्री पारूल शमाज़् का पुष्प गुछ देकर स्वागत किया गया। इसके पश्चात कायज़्क्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित अखिल भारतीय आदशज़् चोरसिया महासभा की राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीमती रीना चोरसिया का पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया गया। इसके पश्चात कायज़्क्रम की अध्यक्षता कर रही आदशज़् चोरसिया महासभा महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष श्रीमती आनंदी राजेश चौरसिया का भी स्वागत किया गया।
इसके पश्चात कायज़्क्रम की गली कड़ी में करोना काल में जिन महिलाओं ने अपने अपने कायज़्क्षेत्र में निष्ठा से सेवायें देकर अपनी भूमिका निभाई उनका सम्मान फूलमाला पहनाकर, पौधा, प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया गया इस दौरान समाज के ही युवा पत्रकार नीरज चौरसिया के द्वारा शाल एवं श्रीफल भेंट करके सभी कोरोना वॉरियसज़् का सम्मान किया गया।
श्रीमती आरती संजय चौरसिया का सम्मानकर उन्हे उपाध्यक्ष पद पर मानोतीत किया गया। बैकिंग क्षेत्र में कायज़्रत मीणा, संध्या, लता चौरसिया एवं अचज़्ना गगज़् को अपनी सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग में कायज़्रत स्टाप नसज़् अंजली चौरसिया, अनुसुईया चौरसिया, सफाई कमीज़् श्रीमती गीता, सुरेश, श्रीमती मीना धन्नू, श्रीमती मीना राजेन्द्र, श्रीमती ऊषा राजेन्द्र, सुश्री अंजना, समाज की वयोवृद्ध श्रीमती श्यामा मुरारी के साथ ही विशेष उपलब्धि प्राप्त मुख्यातिथि एसडीओपी सुश्री पारूल शमाज़्, डॉ साक्षी गुप्ता, अमृता तिवारी, शौयाज़् जैन का भी सम्मान किया गया।
इस कायज़्क्रम में आदशज़् चौरसिया लेडीज क्लब सिवनी की अध्यक्ष श्रीमती आनंदी चौरसिया, श्रीमती रेखा मूलचंद चौरसिया, सुजाता विनोद, आरती संजय, सारिका देवेन्द्र, निशा मनोज, माधुरी नंदकिशोर, वषाज़् बसंन, मनीषा नागेन्द्र, रागिनी कोमल, नेहा नीरज, रेखा स्व.दिलीप, कु. नेहा पिता स्व. मदन चौरसिया एवं चौरसिया समाज की महिलाएं शामिल हुई। इसके पश्चात समाज के नन्ही बच्ची अनन्या, अपल के द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया। साथ ही कायज़्क्रम के अंत में राष्ट्रीय अध्यक्ष के निदेशज़नुसार जिलाध्यक्ष श्रीमति आनंदी चौरसिया द्वारा आगे होने वाले कायज़्क्रमों का एलाउन्समेंट भी किया गया।