नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के खंडवा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद नंद कुमार सिंह चौहान का सोमवार रात गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे।
COVID-19 के सकारात्मक परीक्षण के बाद छह-वर्षीय सांसद का हरियाणा के अस्पताल में इलाज चल रहा था।
गंभीर हालत में उन्हें पिछले महीने मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जनवरी में COVID-19 के लिए भाजपा नेता का परीक्षण सकारात्मक रहा।
बुधवार को बुरहानपुर जिले के शाहपुर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा, यह जानकारी दिवंगत भाजपा सांसद के बेटे हर्षवर्धन चौहान ने दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खंडवा सांसद के निधन पर शोक व्यक्त किया। ट्विटर पर पीएम ने पोस्ट किया: “खंडवा से लोकसभा सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान जी के निधन से दुखी। उन्हें मध्य प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने के लिए संसदीय कार्यवाही, संगठनात्मक कौशल और प्रयासों में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। उनके परिवार के प्रति संवेदना। शांति।”
इस बीच, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा ने एक आदर्श कार्यकर्ता और एक समर्पित नेता खो दिया है।
चौहान ने ट्वीट किया, “लोकप्रिय जन नेता, नंदू भैया।
एमपी के सीएम ने श्यामला हिल्स में स्मार्ट सिटी पार्क में दिवंगत भाजपा सांसद की याद में पौधारोपण भी किया।
भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी सांसद के निधन पर शोक व्यक्त किया।
नंद कुमार सिंह चौहान अपनी पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे से बचे हैं। नेता ने अपना राजनीतिक जीवन 1978 में शाहपुर नगर परिषद से शुरू किया और बाद में मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य के रूप में चुने गए। 1985 से 1996 तक एक विधायक, चौहान 1996 में पहली बार लोकसभा सांसद चुने गए और 1998, 1999, 2004, 2014 और 2019 में फिर से निर्वाचित हुए।
राजनैतिक जीवन
सन् 1978-80 व 1983-87 तक शाहपूर जो कि बुरहानपुर जिला मे स्थित है से नगर पालिका के अध्यक्ष के तौर पर भाजपा से विजय होकर नगरअध्यक्ष’ रहे थे. इसके बाद सन् 1985-96 तक लगातार 2बार भाजपा से विजयी हो कर मध्यप्रदेश विधानसभा के बुरहानपुर क्षेत्र से विधायक रहे थे. सन् 1996 को 11वें लोकसभा चुनाव मे भाजपा ने उन्हें खंडवा क्षेत्र से सांसद उम्मीदवार बनाया था जिसमे वें विजयी हुए थें लेकिन उनका कार्यकाल 1996-97 तक ही रहा क्योकी अटल बिहारी वाजपेयीसरकार ने अपना त्यागपत्र दे कर सरकार निरस्त कर दी थी. जिसके बाद सन् 1998 में उपचुनाव में 12वीं लोकसभा चुनाव मे वह दुसरी बार खंडवा क्षेत्र से विजयी हुए थे. यह कार्यकाल भी 1998-99 तक ही रहा जिसका मुख्य कारण वाजपेयी सरकार के समर्थक पार्टी का समर्थन वापस लेना था.
सन् 1999 में 13वीं लोकसभा उपचुनाव में फिर से भाजपा ने खंडवा क्षेत्र से इन्हें उम्मीदवार बनाया जिसमें भी वें 3री बार विजयी हुए. जिसने इनका कार्यकाल 1999-2004 तक 5वर्ष पूर्ण चला. इसके बाद सन् 2004 मे 14वीं लोकसभा चुनाव मे वह चौथी बार फिर से खंडवा क्षेत्र से सांसद का चुनाव जीत कर विजयी हुए परंतु वह विपक्ष मे बैठे.क्योकिं केन्द्र मे मनमोहन सिंह की कांग्रेस सरकार बन चुकी थी.
फिर सन् 2009 के 15वी लोकसभा चुनाव मे उन्हें फिर से खंडवा क्षेत्र से भाजपा ने उम्मीदवार बनाया परंतु इस बार वें कांग्रेस प्रत्याशी अरूण यादव से चुनाव हार गए थे परंतु उन्हें पार्टी ने मध्यप्रदेशराज्य का भाजपा पार्टी का प्रदेशअध्यक्ष बनाया गया था परंतु सन् 2013 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव मे उन्हें हटाकर नरेंद्र सिंह तोमर को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था. व उन्हें 16वीं लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें पुन: खंडवा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया जिसमें वे मोदी लहर मे नरेन्द्र मोदी के नेत्तव हुए चुनाव मे विजयी हुए. व उन्हें पुन: मध्यप्रदेश भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था व सन् 2018 मे उन्होने अपना त्यागपत्र भाजपा प्रदेशअध्यक्ष पद से दे दिया ताकि वह अपने संसदीय क्षेत्र मे विकासकार्य कर सकें.
पद
# | से | तक | पद |
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01 | 1978 | 1980 | शाहपुर नगर पालिका अध्यक्ष |
02 | 1983 | 1987 | शाहपुर नगर पालिका अध्यक्ष |
03 | 1985 | 1986 | विधायक, बुरहानपुर, मध्यप्रदेश विधानसभा |
04 | 1996 | 1997 | सांसद, खंडवा, ग्यारहवीं लोक सभा |
05 | 1998 | 1999 | सांसद, खंडवा, बारहवीं लोक सभा |
06 | 1999 | 2004 | सांसद, खंडवा,तेरहवीं लोक सभा |
07 | 2004 | 2009 | सांसद, खंडवा, चौदहवीं लोक सभा |
08 | 2014 | 2019 | सांसद, खंडवा, सोलहवीं लोक सभा |