दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और व्यवसायी मुकेश अंबानी के मुंबई आवास के पास विस्फोटकों से भरी एक एसयूवी मिली है । तो एक ही सवाल मन मे आता है कि किस तरह कि मुकेश की सुरक्षा है ? मुकेश अंबानी की शानदार ‘एंटीलिया’ इमारत दक्षिण मुंबई के अल्टामाउंट रोड पर है। एंटिलिया से थोड़ी दूरी पर एक स्कॉर्पियो कार खड़ी थी। इसमें जिलेटिन की छड़ें मिली हैं।
मुकेश अंबानी के पास किस तरह की सिक्योरिटी है?
उद्यमी किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं हैं। उनकी जान भी खतरे में है। इसलिए उन्हें सरकार द्वारा सुरक्षा प्रदान की जाती है। अंबानी के घर के बाहर मिली कार और धमकी भरे पत्र के बाद एंटीलिया के बाहर कड़ी सुरक्षा तैनात की गई है। Reliance Industries भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की कंपनियों में से एक है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी के पास जेड प्लस सुरक्षा है। जेड प्लस एक बेहतरीन सेफ्टी नेट है। इस प्रकार की सुरक्षा व्यक्ति के जीवन के लिए खतरे को देखते हुए प्रदान की जाती है। ऐसी सुरक्षा प्रदान करने में होने वाली सभी लागतों को संबंधित उद्योगपति को वहन करना होगा।
नवंबर 2020 में, सुप्रीम कोर्ट ने मुकेश अंबानी और उनके परिवार को प्रदान किए गए Z + संरक्षण को हटाने के लिए एक जनहित याचिका खारिज कर दी।
कुल छह प्रकार की ढालें हैं। यह X, Y, Y + plus, Z, Z + plus और SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) सुरक्षा प्रदान करता है।
Z + प्लस सिक्योरिटी क्या है?
जेड प्लस सिक्योरिटी देश की दूसरी सबसे बड़ी सुरक्षा प्रणाली है। इसमें 36 सुरक्षा गार्ड हैं। इसमें 10 एनएसजी कमांडो और एसपीजी कमांड शामिल हैं। इसके अलावा, स्थानीय पुलिस भी इस सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा है। सुरक्षा के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और सीआरपीएफ के जवान भी तैनात हैं। इस सुरक्षा कवर में पहले दौर में NSG कमांडो होते हैं। एसपीजी कमांडो दूसरे दौर में आते हैं। जेड प्लस में एस्कॉर्ट्स और पायलट कारें भी हैं।
Z+ प्लस सिक्योरिटी
उपराष्ट्रपति, पूर्व प्रधान मंत्री, सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालय के न्याय, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, प्रमुख नेताओं, प्रसिद्ध कलाकारों, खिलाड़ियों, उद्योगपतियों को प्रदान की जाती है।
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