शंघाई: शियाओमी कॉर्प ने अमेरिकी रक्षा और ट्रेजरी विभागों के खिलाफ शुक्रवार (29 जनवरी) को वाशिंगटन जिला अदालत में एक शिकायत दर्ज की, जिसमें चीनी स्मार्टफोन निर्माता को चीन की सेना के साथ संबंधों की आधिकारिक सूची से हटाने की मांग की गई।
तकरीबन दो हफ्ते पहले की बात है जब अमेरिका से खबर आई थी कि चाइनीज टेक कंपनी Xiaomi को वहां की सरकार द्वारा ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। यह खबर सिर्फ शाओमी फैन्स ही नहीं बल्कि पूरे टेक जगत को चौंकाने वाली थी क्योंकि अमेरिकी सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस (DOD) ने शाओमी के संबंध चीनी आर्मी के साथ बताए थे। वहीं अब इस मामले पर एक और बड़ी खबर सामने आई है कि शाओमी ने यूएस आर्मी विभाग यानि सीधे अमेरिका की सेना के खिलाफ की केस दर्ज कराते हुए मुकदमा ठोक दिया है।
Xiaomi ने सीधे अमेरिकी सरकार पर उंगली उठाई है। इस चीनी कंपनी ने Department of Defense and Department of Treasury of the United States के खिलाफ केस फाईल किया है जिसे डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया के यूनाईटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दर्ज किया गया है। यह मुकदमा शओमी को ‘Communist Chinese Military Company’ घोषित किए जाने खिलाफ किया गया है। बता दें कि अमेरिकी सुरक्षा विभाग ने शाओमी समेत 9 चीनी कंपनियों की लिस्ट जारी करते हुए कहा है कि ये कंपनियां चीनी मिलिट्री के साथ मिली हुई है जो डाटा को लीक कर सकती है तथा प्राइवेसी के लिहाज से खतरनाक है।
अमेरिका का आरोप
Xiaomi के साथ-साथ अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस कुल 9 चीनी कंपनियों को दरअसल ब्लैकलिस्ट किया है। अमेरिकी सुरक्षा विभाग ने कहा था कि ये कंपनियां चीनी आर्मी द्वारा कंट्रोल की जाती है जो अमेरिका की सुरक्षा और अमेरिकी नागरिकों की प्राइवेसी के लिहाज से बड़ा खता है। ब्लैकलिस्ट के तहत अमेरिकी निवेशक इन सभी कंपनियों में इन्वेस्ट नहीं कर सकेंगे। सिर्फ नया इन्वेस्ट ही नहीं बल्कि अमेरिकी फर्म व लोगों द्वारा इन कंपनियों में पहले से लगाया पैसा भी निकालना होेगा।
शाओमी की सफाई
Xiaomi ने अमेरिकी सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस की ओर से जारी कंपनी के चीनी मिलिट्री से जुड़े होने के बयान को गैरकानूनी और असंवैधानिक बताया है। शाओमी ने सफाई दी है कि कंपनी चीन की आर्मी के कंट्रोल में नहीं है और यूएस गवर्नमेंट के पास भी ऐसे बेबुनियादी आरोपों के लिए कोई सबूत नहीं है। शाओमी ने कहा है कि अभी भी कंपनी के 75 प्रतिशत तक वोटिंग अधिकार को-फाउंडर्स Lin Bin और Lei Jun के पास ही है।
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Xiaomi के साथ-साथ इस ब्लैकलिस्ट लिस्ट में Advanced Micro-Fabrication Equipment Inc., Luokong Technology Corporation, Beijing Zhongguancun Development Investment Center, Grand China Air Co. Ltd., Global Tone Communication Technology Co. Ltd., China National Aviation Holding Co. Ltd., Commercial Aircraft Corporation of China, Ltd. और GOWIN Semiconductor Corp. जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं जिनके संबंध चीनी आर्मी के साथ बताए गए हैं।