कानपुर: पूरा देश कोरोना वायरस की जंग एक साथ लड़ रहा है, वहीं इस बीच कानपुर से हिन्दू-मुस्लिम एकता का अनूठा मामला सामने आया है. जहां पिता की मृत्यु पर बेटी के ना पहुंचने पर पड़ोसी मुस्लिम भाइयों ने कंधा देकर हिन्दू रीति रिवाज से बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किया.
दरअसल कानपुर के नरोना रोड पर कौशल प्रसाद अकेले रहते थे, उनकी पत्नी व बेटे की मृत्यु दो साल पहले ही हो चुकी थी, अब उनकी सिर्फ एक ही बेटी कमलेश्वरी है. जो शादी के बाद सीतापुर में रहती हैं.
60 वर्षीय कौशल प्रसाद लंबे समय से बीमार थे वे चाहते थे कि आखिरी पलो में उनकी बेटी उनके पास आ जाए, लेकिन लॉकडाउन के चलते ऐसा हो ना सका और उन्होंने जिंदगी का साथ छोड़ दिया.
पिता की मौत के बाद बेटी को मुखाग्नि देने के लिए बुलाया गया था, लेकिन लॉकडाउन के चलते वह न आ सकी. ऐसे में पड़ोसी मुस्लिम भाईयों ने बुजुर्ग की अर्थी को कंधा देकर हिन्दू रीति रिवाज के साथ उनका अंतिम संस्कार किया. इस दौरान कमलेश्वरी उनके साथ फोन पर जुड़ी रहीं.