सिवनी: मध्यप्रदेश के सिवनी जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जहाँ क्रिकेट सट्टे की लत ने एक युवक की जान ले ली। 4,500 रुपये के मामूली लेन-देन ने ऐसा खौफनाक मोड़ लिया कि दोस्ती का रिश्ता ही मौत का कारण बन गया। लेकिन काबिल-ए-तारीफ है सिवनी पुलिस, जिसने इस अंधी हत्या की गुत्थी को महज 8 दिनों में सुलझाकर दोनों शातिर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुँचा दिया।
निर्माणाधीन मकान में मिला था शव, इलाके में फैली सनसनी
दिनांक 18 दिसंबर 2025 की सुबह सिवनी के मुंगवानी रोड स्थित एक निर्माणाधीन मकान में एक युवक का शव मिलने से हड़कंप मच गया। मौके पर पहुँची पुलिस ने मृतक की पहचान पंकज ठाकुर, निवासी महाराज बाग, सिवनी के रूप में की। प्रारंभिक जांच के बाद देहाती मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान से चौंकाने वाला खुलासा हुआ—
पंकज ठाकुर की रस्सी से गला घोंटकर हत्या की गई थी।
इसके बाद थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 1001/2025, धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
एसपी सुनील मेहता के नेतृत्व में बनी विशेष टीम
इस जघन्य हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस अधीक्षक श्री सुनील मेहता के नेतृत्व में, एएसपी श्री दीपक मिश्रा एवं एसडीओपी श्रीमती श्रृध्दा सोनकर के मार्गदर्शन में विशेष टीम गठित की गई।
तकनीकी साक्ष्य, कॉल डिटेल्स और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया।
मोबाइल बंद, अंतिम संस्कार से दूरी—यहीं से खुली पोल
जांच के दौरान पुलिस को अहम सुराग मिला। राहुल ठाकुर, जो घटना से एक दिन पहले मृतक के साथ आखिरी बार देखा गया था—
- घटना के बाद से मोबाइल बंद
- अंतिम संस्कार में भी नहीं हुआ शामिल
- लगातार लोकेशन छिपाता रहा
इन संदेहों के आधार पर पुलिस ने 25 दिसंबर 2025 को राहुल ठाकुर को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसके साथ मौजूद कमलेश बंदेवार भी संदेह के घेरे में आ गया।
क्रिकेट सट्टा, कर्ज और फिर हत्या की खौफनाक कहानी
सख्ती से पूछताछ में दोनों आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया।
उन्होंने बताया कि—
- दोनों मोबाइल एप के जरिए क्रिकेट सट्टे के आदी थे
- 16 दिसंबर को सट्टा खेलने के लिए कमलेश की चांदी की चेन गिरवी रखकर पंकज से 1,500 रुपये उधार लिए
- रकम सट्टे में हार गए और वापस नहीं कर सके
अगले दिन यानी 17 दिसंबर 2025 को फुटबॉल स्टेडियम के पास फिर मुलाकात हुई।
दोबारा सट्टे के लिए पंकज से 2,500 रुपये मांगे और जीत के बाद 3,000 रुपये लौटाने व शराब पिलाने का लालच दिया।
पंकज ने—
- PhonePe से 1,700 रुपये ट्रांसफर
- 800 रुपये नकद शराब के लिए दिए
शराब के नशे में लिया मौत का फैसला
तीनों आरोपी मंगवानी रोड स्थित एक निर्माणाधीन भवन में बैठकर शराब पीने लगे।
नशा उतरते ही जब पंकज ने अपने कुल 4,500 रुपये वापस मांगे, तो आरोपियों ने इंकार कर दिया।
पंकज ने धमकी दी—
👉 “अगर पैसे नहीं दिए तो कोर्ट-कचहरी कर दूँगा।”
बस इसी बात पर राहुल और कमलेश बेकाबू हो गए और
👉 रस्सी से गला घोंटकर पंकज की हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपियों ने—
- मृतक की सोने की अंगूठी
- जेब में रखे 4,500 रुपये भी निकाल लिए
इसके बाद मामले में धारा 315(3)(5) बीएनएस भी जोड़ी गई।
गिरफ्तारी, बरामदगी और पुलिस रिमांड
दिनांक 26 दिसंबर 2025 को दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया।
फिलहाल आरोपियों से—
- लूटी गई संपत्ति की बरामदगी
- घटना से जुड़े अन्य तथ्यों के खुलासे
के लिए माननीय न्यायालय से पुलिस रिमांड लिया जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपी
- 1. राहुल ठाकुर
- पिता – राजेश ठाकुर | उम्र – 36 वर्ष
- निवासी – ग्राम गाडरवाडा, थाना बंडोल
- हाल पता – भैरोगंज, सिवनी
- 2. कमलेश बंदेवार
- पिता – भरत बंदेवार | उम्र – 32 वर्ष
- निवासी – ग्राम पटपड़ा, थाना उमरेठ, जिला छिंदवाड़ा
- हाल पता – डी.पी. चतुर्वेदी कॉलेज के पीछे, सिवनी
इनकी रही अहम भूमिका
थाना प्रभारी श्री सतीश तिवारी सहित कोतवाली थाना स्टाफ, सायबर टीम और परासिया थाना पुलिस की सराहनीय भूमिका रही, जिनकी सतर्कता से यह अंधा हत्याकांड सुलझ सका।

