The WOW Service Has Been Launched In Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के 70वें स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा एक ऐसी पहल की शुरुआत की गई है, जो न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की नई मिसाल पेश करेगी, बल्कि हजारों स्वच्छता साथियों के लिए रोजगार के नए दरवाजे भी खोलेगी। इस महत्वाकांक्षी पहल का नाम है—“वॉश ऑन व्हील (WOW)” सेवा।
क्या है WOW SERVICE और क्यों है यह खास?
जिला पंचायत सिवनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सेवा ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालयों की नियमित सफाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह व्यवस्था पूरे मध्यप्रदेश में लागू कर दी गई है और इससे जुड़े स्वच्छता साथियों को स्थायी एवं सम्मानजनक रोजगार मिलेगा।
SS–WOW: स्वच्छता का डिजिटल समाधान
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा “स्वच्छता साथी–वॉश ऑन व्हील (SS-WOW)” नामक ऑनलाइन व्यवस्था विकसित की गई है, जो मांग और पूर्ति के सिद्धांत पर कार्य करती है।
कैसे करेगा काम?
- ग्रामीणजन मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने घरेलू या संस्थागत शौचालय की सफाई के लिए अनुरोध दर्ज कर सकते हैं।
- अनुरोध प्राप्त होते ही संबंधित ग्राम का स्वच्छता साथी सेवा प्रदान करेगा।
- सेवा शुल्क
- घरेलू शौचालय: ₹50
- संस्थागत शौचालय: ₹200
यह डिजिटल मॉडल न सिर्फ पारदर्शिता बढ़ाता है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता सेवाओं को आसान, सुलभ और त्वरित बनाता है।
ग्रामीण स्वच्छता को मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम
SS-WOW सेवा को लागू करने के लिए जनपद पंचायतों द्वारा स्वच्छता साथियों का चयन कर लिया गया है तथा उन्हें ग्राम पंचायतों के आधार पर क्लस्टर में विभाजित किया गया है।
यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में
- नियमित शौचालय सफाई सुनिश्चित करेगी
- स्वच्छता से संबंधित स्वास्थ्य जोखिमों को कम करेगी
- रोजगार के अवसर बढ़ाएगी
- ग्रामीण जीवन को hygienic और dignified बनाएगी
WOW सेवा क्यों बदलेगी मध्यप्रदेश के गांवों की तस्वीर?
- ✔ पहली बार स्वच्छता सेवाएं ऑन-डिमांड उपलब्ध
- ✔ ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार
- ✔ हर घर और संस्थान में साफ-सुथरा शौचालय
- ✔ ग्रामीण स्वास्थ्य और स्वच्छता में बड़ा सुधार
- ✔ डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और कदम
WOW (Wash On Wheel) सेवा ग्रामीण स्वच्छता को व्यवस्थित, आधुनिक और मानकीकृत बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि स्वच्छ और स्वस्थ ग्रामीण भारत की ओर बढ़ता हुआ एक मजबूत कदम है।

