सिवनी, मध्यप्रदेश — जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, अरी में गीता जयंती कार्यक्रम के दौरान ऐसा घटनाक्रम सामने आया जिसने देखते ही देखते पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। आरोप है कि विद्यालय की महिला प्राचार्या ने हिंदू बच्चों से 16 बार ‘अल्लाह हु अकबर’ के नारे लगवाए, जिसके बाद पालक, स्थानीय लोग और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी स्कूल पहुंच गए और जमकर विरोध जताया।
बच्चों ने लगाया गंभीर आरोप: ‘जबरन नारे लगवाए गए’
घटना के सामने आने के बाद बच्चों ने अपने पालकों और जिला शिक्षा अधिकारी को बताया कि गीता पाठ पूरा होने के बाद, प्राचार्या ने उन पर दबाव डालते हुए धार्मिक नारे लगवाए। बच्चों का दावा है कि उन्हें बार-बार नारे लगाने को कहा गया और इस दौरान वे असहज महसूस कर रहे थे।
पालकों का कहना है कि धार्मिक भावना से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में दूसरी धार्मिक विचारधारा थोपना न केवल गलत है बल्कि बच्चों की मनोवैज्ञानिक स्थिति को भी प्रभावित करता है।
विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन हरकत में, 4 सदस्यीय जांच समिति गठित
बढ़ते विवाद को देखते हुए जिला शिक्षा विभाग सक्रिय हो गया और चार सदस्यीय जांच दल का गठन कर मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी। जांच दल स्कूल स्टाफ, बच्चों और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज करेगा।
विश्व हिंदू परिषद के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि यह घटना किसी अनजाने में हुई गलती नहीं, बल्कि धार्मिक विवाद उत्पन्न करने का प्रयास है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई से ही भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
स्कूल में बढ़ा तनाव, पालकों ने मांगी कड़ी कार्रवाई
इस पूरे घटनाक्रम के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के पालकों में गहरा आक्रोश है। कई पालकों ने मांग की है कि—
- प्राचार्या को निलंबित किया जाए
- जांच पूरी होने तक उन्हें स्कूल से दूर रखा जाए
- बच्चों की धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ करने वालों पर कठोर कार्रवाई हो
कुछ अभिभावकों ने यह भी कहा कि बच्चों को सुरक्षित व निष्पक्ष माहौल देना स्कूल की जिम्मेदारी है, और ऐसे विवाद शैक्षणिक वातावरण को नुकसान पहुंचाते हैं।
जांच के परिणाम पर सभी की नज़रें
हालांकि प्राचार्या का पक्ष अब तक सामने नहीं आया है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि “मामला अत्यंत संवेदनशील है, इसलिए जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी।” इस घटना ने शिक्षा व्यवस्था, धार्मिक सद्भाव और स्कूलों में आचार संहिता पर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
सिवनी के इस स्कूल विवाद ने पूरे प्रदेश में चर्चा छेड़ दी है। गीता जयंती जैसे धार्मिक कार्यक्रम में मजहबी नारे लगवाए जाने का आरोप पहली बार सामने आया है, जिसकी गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और समाज दोनों बेहद सतर्क हैं। पूरे क्षेत्र की निगाहें अब जांच समिति की रिपोर्ट पर टिकी हैं।

