सिवनी। जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अरी, तहसील बरघाट से एक बड़ी और गंभीर खबर सामने आई है। स्कूल की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती प्रतीक्षा मानगढ़े पर गीता जयंती के अवसर पर छात्रों से जबरन 16 बार “अल्लाह हू अकबर” के नारे लगवाने का आरोप लगा है। इस घटना के बाद से विश्व हिंदू परिषद (VHP) सहित कई हिंदू संगठनों में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है।
इस मामले को लेकर VHP कार्यकर्ताओं ने अरी थाना पहुंचकर एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। थाने में पदस्थ एएसआई शैलेंद्र तिवारी ने ज्ञापन प्राप्त कर आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 1 दिसंबर (सोमवार) को स्कूल परिसर में गीता जयंती समारोह आयोजित किया गया था। इसी दौरान प्रभारी प्राचार्य द्वारा कथित रूप से हिंदू छात्रों पर दबाव डालते हुए 16 बार “अल्लाह हू अकबर” के नारे लगवाए गए। इस आरोप के सामने आने के बाद स्थानीय हिंदू समाज की धार्मिक भावनाएं गहरी आहत हुई हैं।
वहीं, शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि प्राचार्य सोशल मीडिया पर लगातार हिंदू विरोधी पोस्ट साझा करती हैं, जिससे माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो रहा है।
FIR की मांग, नहीं तो होगा उग्र आंदोलन
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत धर्म प्रसार प्रमुख ने अरी थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए मांग की है कि—
- आरोपी प्रभारी प्राचार्य श्रीमती प्रतीक्षा मानगढ़े के खिलाफ तुरंत FIR दर्ज की जाए
- इस घटना की निष्पक्ष जांच कर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए
VHP ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं होती, तो संगठन को उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल
अब पूरा मामला पुलिस के पास है और स्थानीय लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि
क्या—
➡️ आरोप सच हैं या राजनीतिक/सामाजिक तनाव का परिणाम?
➡️ क्या स्कूल प्रशासन के अन्य कर्मचारी भी इस घटना के गवाह हैं?
➡️ क्या जांच में नए तथ्य सामने आएंगे?
फिलहाल पुलिस ने ज्ञापन प्राप्त कर लिया है और आगे की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
सामाजिक सौहार्द पर पड़ सकता है असर
शिक्षण संस्थान वह स्थान होते हैं जहां बच्चों में एकता, विविधता और सम्मान की भावना विकसित की जाती है, लेकिन जब इसी जगह से इस तरह की विवादित घटनाएं सामने आती हैं, तो समाज में धार्मिक तनाव गहरा हो सकता है। स्थानीय समुदाय और अभिभावकों ने प्रशासन से त्वरित और पारदर्शी जांच की मांग की है।
यह मामला सिर्फ एक स्कूल या एक प्राचार्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह धार्मिक संवेदनशीलता और शिक्षा के मूल्यों से जुड़ा है। आने वाले दिनों में पुलिस जांच और प्रशासनिक कार्रवाई इस विवाद का भविष्य तय करेगी।
हम इस खबर पर आगे भी नज़र बनाए रखेंगे।

