सिवनी, मध्यप्रदेश। सावन का महीना और कांवड़ यात्रा का जोश—श्रद्धा से लबरेज़ माहौल आज उस वक्त मातम में बदल गया, जब सिवनी जिले में चार कांवड़िये हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आ गए। घटना सोमवार सुबह की है, जब श्रद्धालु लखनवाड़ा के पास बैनगंगा नदी से भोमा की ओर कांवड़ यात्रा कर रहे थे। जैसे ही वे छिंदवाड़ा रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंचे, एक बड़ा हादसा हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जयकारों की गूंज के बीच श्रद्धालुओं का दल रेलवे क्रॉसिंग पार कर रहा था। इसी दौरान एक कांवड़िया जोश में ऊँचा झंडा लहराने लगा। लेकिन इस झंडे में लगी स्टील की रॉड ऊपर से गुजर रही रेलवे की ओवरहेड हाई वोल्टेज तार से छू गई और जोरदार करंट फैल गया। नतीजा—चार कांवड़िये बुरी तरह झुलस गए और मौके पर ही गिर पड़े।
घायल हुए सभी श्रद्धालु भोमा गांव के निवासी
घायलों की पहचान भोमा गांव के युवकों के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों और अन्य कांवड़ियों ने तत्काल उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां चारों की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम घायलों के इलाज में जुटी है, वहीं परिजन भी अस्पताल पहुंच चुके हैं।
हादसे के बाद मची अफरा-तफरी, रेलवे और प्रशासन मौके पर पहुंचे
घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। कांवड़ यात्रा में शामिल अन्य श्रद्धालु भयभीत हो गए और भगदड़ जैसे हालात बन गए। स्थानीय लोग मदद के लिए दौड़े और घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
प्रशासन और रेलवे विभाग के अधिकारी भी कुछ ही देर में मौके पर पहुंच गए और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
गांव में पसरा मातम, सावन की श्रद्धा पर छाया सन्नाटा
भोमा गांव में जब हादसे की खबर पहुंची, तो पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि जो युवक श्रद्धा से भरी यात्रा पर निकले थे, वे अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
प्रशासन की अपील – कांवड़ यात्रा में बरतें विशेष सावधानी
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि कांवड़ यात्रा के दौरान ऊँचे और धातुयुक्त झंडों के उपयोग से बचें, खासकर रेलवे ट्रैक या बिजली की हाई वोल्टेज लाइनों के आस-पास।
यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है कि श्रद्धा और सुरक्षा दोनों को समान रूप से महत्व देना चाहिए।
⚠️ विशेष सावधानी बरतें:
- धातुयुक्त झंडों का प्रयोग न करें।
- रेलवे लाइन या बिजली के तारों के पास सावधानी से चलें।
- यात्रा से पहले मार्ग की सुरक्षा जानकारी अवश्य लें।
यह हादसा एक बार फिर हमें याद दिलाता है कि धार्मिक आस्था अपनी जगह है, लेकिन सुरक्षा की अनदेखी एक पल में अनर्थ कर सकती है। सावन की पवित्रता को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि हम खुद भी सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें।