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नागपुर हिंसा अपडेट: जो चादर जलाई गई उस चादर में कुरान की आयत नहीं थी – सीएम देवेंद्र फडणवीस

By: SHUBHAM SHARMA

On: Thursday, March 20, 2025 4:04 PM

Nagpur Hinas CM Statement
नागपुर हिंसा अपडेट: जो चादर जलाई गई उस चादर में कुरान की आयत नहीं थी - सीएम देवेंद्र फडणवीस
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महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस घटना में झूठी अफवाहें फैलाई गईं और चादर पर कुरान की आयत लिखी होने की बात पूरी तरह से गलत है। साथ ही, उन्होंने हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।

क्या है नागपुर हिंसा का पूरा मामला?

नागपुर में कुछ दिनों पहले एक धार्मिक आयोजन के दौरान हिंसा भड़क उठी। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में यह दावा किया गया था कि धार्मिक स्थल पर रखी गई चादर पर कुरान की आयत लिखी थी, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हुईं। इसके बाद दो गुटों में टकराव हुआ और हालात बिगड़ गए।

हालांकि, प्रशासन ने इस दावे को झूठा करार दिया और कहा कि यह केवल अफवाह फैलाने का प्रयास था।

मुख्यमंत्री फडणवीस का बयान: “हिंसा करने वाले नहीं बचेंगे”

विधानसभा में बोलते हुए सीएम फडणवीस ने स्पष्ट किया कि:

  • हिंसा फैलाने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी।
  • अगर अपराधी कब्र में भी छिपे होंगे, तो उन्हें वहां से भी निकाला जाएगा
  • धार्मिक उन्माद फैलाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
  • सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाने वालों पर भी कार्रवाई होगी

अफवाहों पर कैसे फैली हिंसा?

सोशल मीडिया पर फैले गलत दावों के कारण यह हिंसा भड़की। लोग बिना किसी सत्यापन के इन खबरों पर यकीन करने लगे और माहौल गर्मा गया।

प्रशासन ने बाद में जांच कर यह स्पष्ट किया कि:

  • चादर पर कोई भी कुरान की आयत नहीं लिखी थी
  • धार्मिक भावनाएं आहत करने का कोई उद्देश्य नहीं था
  • अराजक तत्वों ने अफवाह फैलाकर हिंसा भड़काई

नागपुर पुलिस ने क्या कार्रवाई की?

नागपुर पुलिस ने इस हिंसा के संबंध में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह भी कहा कि:

  • हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
  • सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाने वालों की पहचान कर उन पर केस दर्ज किया जा रहा है।
  • सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल एविडेंस के जरिए असली गुनहगारों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।

सोशल मीडिया पर अफवाहों का असर

आज के डिजिटल युग में फेक न्यूज और अफवाहों का असर तेजी से फैलता है। इस मामले में भी झूठी खबरों ने आग में घी डालने का काम किया। इसलिए प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि:

  • बिना सत्यापन किसी भी खबर पर भरोसा न करें
  • अफवाह फैलाने वालों की तुरंत रिपोर्ट करें
  • शांति और सौहार्द बनाए रखें

राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया

इस घटना पर राजनीतिक दलों की अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिली। विपक्ष ने सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए, जबकि भाजपा सरकार ने दोषियों को सजा दिलाने का वादा किया।

कांग्रेस का आरोप:

  • सरकार दंगों को रोकने में नाकाम रही।
  • पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए।

भाजपा की प्रतिक्रिया:

  • हिंसा के पीछे साजिश होने का दावा।
  • दोषियों को सख्त सजा देने की मांग।

समाज के लिए संदेश

नागपुर हिंसा जैसी घटनाएं यह साबित करती हैं कि फेक न्यूज और अफवाहें कितनी खतरनाक हो सकती हैं। इसलिए हमें चाहिए कि:

  • किसी भी खबर पर आंख मूंदकर भरोसा न करें
  • सोशल मीडिया पर फैलाई गई अफवाहों को रिपोर्ट करें
  • कानून-व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें

नागपुर में हुई इस हिंसा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सोशल मीडिया अफवाहें कितना बड़ा खतरा बन सकती हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अनुसार इस घटना में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और अगर कोई कब्र में भी छिपा होगा, तो उसे भी बाहर निकाला जाएगा

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