आगामी 21 मार्च को मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओलावृष्टि, गरज-चमक और बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट। जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, दमोह, सागर, कटनी, उमरिया, डिंडौरी, अनूपपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, सीहोर, हरदा में आंधी और हल्की बारिश और 22 मार्च को सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में बूंदाबांदी और बादल छाए रहने की संभावना।
मध्य प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। पिछले कुछ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में बदलते तापमान, तेज़ हवाएं, गरज-चमक और हल्की से मध्यम बारिश देखी जा रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के सात जिलों में ओलावृष्टि की संभावना जताई है, जबकि अन्य कई जिलों में तेज़ आंधी और हल्की बारिश हो सकती है। इस बदलते मौसम का प्रभाव कृषि, यातायात और जनजीवन पर भी पड़ सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह बदलाव दो प्रमुख कारणों से हो रहा है:
- पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना – यह एक प्रकार की मौसमी प्रणाली होती है, जो उत्तरी भारत के पहाड़ी क्षेत्रों से होकर गुजरती है और मैदानी इलाकों में बारिश व आंधी लाती है।
- चक्रवाती परिसंचरण प्रणाली – इस प्रणाली के कारण राज्य के कई हिस्सों में हवाओं का प्रवाह तेज़ हो गया है, जिससे गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है।
इन सात जिलों में ओलावृष्टि की संभावना
मौसम विभाग ने 21 और 22 मार्च को मंडला, बालाघाट, शहडोल, सीधी, सिंगरौली और मऊगंज में ओलावृष्टि की संभावना जताई है। इन इलाकों में तेज़ आंधी, गरज-चमक और बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में तेज़ आंधी और बारिश का अनुमान
इसके अलावा, भोपाल, विदिशा, सीहोर, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, जबलपुर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, कटनी, उमरिया, डिंडौरी और अनुपपुर जिलों में तेज़ हवाएं और हल्की बारिश होने की संभावना है।
तापमान में गिरावट के संकेत
- पिछले कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में दिन के तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।
- रात के तापमान में भी 1-2 डिग्री की कमी देखी गई है, जिससे सुबह और रात के समय ठंडक बढ़ गई है।
- हालांकि, मार्च के अंत तक गर्मी बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं, और अप्रैल से तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है।
अगले दो दिनों का पूर्वानुमान
21 मार्च:
- मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओलावृष्टि, गरज-चमक और बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट।
- जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, दमोह, सागर, कटनी, उमरिया, डिंडौरी, अनूपपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, सीहोर, हरदा में आंधी और हल्की बारिश।
22 मार्च:
- सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में बूंदाबांदी और बादल छाए रहने की संभावना।
मौसम परिवर्तन का प्रभाव
कृषि पर असर
- ओलावृष्टि और बारिश के कारण फसलों को नुकसान हो सकता है, खासकर गेहूं, चना, सरसों और सब्जियों की फसलें प्रभावित हो सकती हैं।
- जिन इलाकों में तेज़ आंधी के साथ बारिश हो रही है, वहां फलों के बागानों को भी क्षति हो सकती है।
सावधानी और बचाव के उपाय
- किसानों को सलाह – अपनी फसलों को सुरक्षित रखने के लिए ओलावृष्टि से पहले ढकने की व्यवस्था करें और अनाज भंडारण को सुरक्षित रखें।
- सामान्य जनता के लिए सुझाव –
- तेज़ हवाओं के दौरान खुले में न निकलें और सुरक्षित स्थान पर रहें।
- बिजली गिरने की संभावना हो तो पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहें।
- अनावश्यक यात्रा से बचें और खराब मौसम में वाहन सावधानी से चलाएं।
मध्य प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण लगातार मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। कई जिलों में ओलावृष्टि, आंधी और बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो सकता है। आगामी दिनों में तापमान में फिर से वृद्धि होने की संभावना है, जिससे गर्मी का प्रकोप बढ़ सकता है। किसानों और आम जनता को मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना चाहिए और सुरक्षा के आवश्यक कदम उठाने चाहिए।