Seoni Mobile Network News: सिवनी जिले में नेटवर्क की समस्या से सामाजिक जीवन प्रभावित. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सिवनी जिले (Seoni City) के नयेगांव गांव में मोबाइल नेटवर्क की भारी समस्या देखने को मिल रही है। यह गांव पेंच टाइगर रिजर्व के बफर जोन में स्थित है, जिसके कारण यहां किसी भी टेलीकॉम कंपनी का नेटवर्क उपलब्ध नहीं है।
नेटवर्क की इस कमी के कारण ग्रामीणों को आवश्यक संचार सेवाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। लेकिन, सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि इस समस्या के कारण यहां युवाओं की शादियां भी रुक रही हैं।
शादी के रिश्ते प्रभावित, लड़कियों के परिवारों की चिंता
गांव में मोबाइल नेटवर्क न होने की वजह से शादी के रिश्ते तय होने में परेशानी आ रही है। अक्सर लड़की वालों को यह चिंता होती है कि विवाह के बाद संचार कैसे होगा। कई बार रिश्ते तय होने से पहले ही टूट जाते हैं क्योंकि लोग कहते हैं – “यहां फोन नहीं चलता, जंगल का इलाका है।”
श्यामा बाई, जिनका 29 वर्षीय बेटा विवाह योग्य है, बताती हैं कि उन्हें बेटे की शादी के लिए काफी परेशानी हो रही है। वह कहती हैं, “लड़की वाले शादी के लिए तैयार नहीं होते, क्योंकि वे कहते हैं कि यहां फोन नहीं चलता, तो कैसे बात करेंगे?”
डुलम सिंह कुंजाम, जो इसी गांव के निवासी हैं, इस समस्या की पुष्टि करते हैं। उनका कहना है कि गांव में कई युवक-युवतियों की शादियां इसलिए नहीं हो रही हैं क्योंकि लड़की वाले मोबाइल नेटवर्क की समस्या के कारण रिश्ता करने से मना कर देते हैं।
आपात स्थिति में संचार सेवा की कमी बड़ी परेशानी
गांव में मोबाइल नेटवर्क की अनुपलब्धता से केवल शादियां ही नहीं, बल्कि आपातकालीन सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।
- बीमार लोगों के लिए एंबुलेंस बुलाने में कठिनाई होती है।
- स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को आवश्यक जानकारी के लिए 3 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।
- बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
- गांव की महिलाएं और किसान डिजिटल सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे।
गांव के लोग फोन पर बात करने के लिए कई किलोमीटर दूर जाने को मजबूर हैं। इस वजह से किसी भी आपात स्थिति में मदद समय पर नहीं मिल पाती।
प्रशासन से लगातार गुहार, लेकिन समाधान नहीं
ग्रामीणों ने प्रशासन से कई बार मोबाइल टावर लगाने की मांग की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। बीएसएनएल ने मोबाइल टावर लगाने के लिए आवेदन दिया है, लेकिन पर्यावरणीय नियमों के कारण यह प्रस्ताव अटका हुआ है।
पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह ने जानकारी दी कि अगर यह टावर स्वीकृत हो जाता है, तो नयेगांव के लोगों को नेटवर्क की समस्या से राहत मिल सकती है। लेकिन इस प्रक्रिया में समय लग सकता है।
डिजिटल इंडिया मिशन से कोसों दूर यह गांव
जब देश डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहा है, तब सिवनी का यह गांव आज भी संचार की मूलभूत सुविधा से वंचित है। यहां के लोगों के लिए मोबाइल नेटवर्क मिलना किसी सपने से कम नहीं।
समाधान क्या हो सकता है?
सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे इस गांव की समस्या पर ध्यान दें। इसके लिए –
- सौर ऊर्जा आधारित मोबाइल टावर लगाए जा सकते हैं।
- बफर जोन में सीमित नेटवर्क एक्सेस की अनुमति दी जा सकती है।
- सैटेलाइट फोन या वाई-फाई कॉलिंग जैसी वैकल्पिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं।
यदि जल्द समाधान नहीं किया गया, तो यह समस्या आने वाले समय में और गंभीर हो सकती है।
सिवनी जिले का नयेगांव गांव मोबाइल नेटवर्क की भारी समस्या से जूझ रहा है। इस वजह से युवाओं की शादियां रुक रही हैं, आपातकालीन सेवाएं प्रभावित हो रही हैं और ग्रामीणों को संचार में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का हल निकालना चाहिए, ताकि गांव के लोग भी आधुनिक सुविधाओं का लाभ उठा सकें।