सिवनी: विभिन्न राज्यों के राज्य निर्वाचन आयुक्तों की 31वीं कॉन्फ्रेंस सिवनी जिले के पेंच राष्ट्रीय उद्यान में 01 से 04 मार्च तक आयोजित की जा रही है। इस कॉन्फ्रेंस में 22 राज्यों के राज्य निर्वाचन आयुक्त शामिल होंगे।
कॉन्फ्रेंस में राज्य निर्वाचन आयुक्त स्थानीय निकायों के निर्वाचन के दौरान आई चुनौतियों तथा उनसे निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे। साथ ही नवाचारों और सुधारों से भी अवगत करायेंगे। कॉन्फ्रेंस के दौरान स्थानीय निकायों के निर्वाचन में नई तकनीकों के उपयोग पर भी चर्चा होगी।
आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रमानुसार 02 मार्च को कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ होगा। प्रथम सत्र में मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग सचिव श्री अभिषेक सिंह द्वारा ई-पोलिंग बूथ तथा पेपरलेश बूथ के माध्यम से प्रदेश में पंचायत निर्वाचन कराए जाने की प्रक्रिया का प्रेजेंटेशन दिया जाएगा तथा फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा।
इसी तरह स्वचलित लोकल बॉडी इलेक्शन प्रक्रिया के संबंध में आन्ध्रप्रदेश निर्वाचन आयोग आयुक्त श्रीमती नीलम साहनी द्वारा प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। द्वितीय सत्र में राज्य आयुक्तों की स्टैण्डिंग कमेटी की बैठक आयोजित होगी। जिसमें स्थानीय निकायों के निर्वाचन के दौरान आई चुनौतियों तथा उनसे निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
सोमवार 03 मार्च को स्थानीय निर्वाचन प्रक्रिया के उन्नयन के लिए चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाकर लोकतंत्र को मजबूत करने, दूरस्थ मतदाता के पंजीयन तथा ऑनलाईन मतदान की कार्ययोजना सहित स्थानीय निर्वाचन में नवीन तकनीकों को अपनाऐं जाने जैसे विभिन्न बिंदुओ पर विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रेजेंटेशन दिया जाएगा।
साथ ही इलेक्ट्रानिक कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रिकल्स कार्पोरशन, आईआईटी लिमिटेड बैंगलोर प्रतिनिधियों सहित अन्य निर्वाचन सामग्री उपलब्ध कराने संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा नए इनोवेशन की जानकारी दी जाएगी। 04 मार्च को राज्य आयुक्तों का शैक्षणिक भ्रमण होगा। इस दौरान मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पेपरलेश बूथ का प्रदर्शन किया जाएगा।
कॉन्फ्रेंस में आंध्र प्रदेश की राज्य निर्वाचन आयुक्त नीलम साहनी, दिल्ली-चण्डीगढ़ के डॉ. विजय देव, गोवा के दौलत हवलदार, झारखण्ड के डॉ. बी.के. तिवारी, कर्नाटक के जी.एस. संगरेशी, राजस्थान के मधुकर गुप्ता, उड़ीसा के मधुसूदन पाधी, तेलंगाना की आई. रानी कुमुदिनी, हिमाचल प्रदेश के अनिल कुमार खांची, असम के आलोक कुमार, तमिलनाडु की बी. जोथी निर्मलासामी, महाराष्ट्र के दिनेश टी. वाघमारे, सिक्किम के के.सी. लेप्चा, जम्मू-कश्मीर के बी.आर. शर्मा, केन्द्र शासित प्रदेश दादरनागर हवेली, दमन एवं दीव के सुधांशु पाण्डे, त्रिपुरा के शरदेंदु चौधरी, गुजरात के डॉ. एस. मुरलीकृष्णन, उत्तर प्रदेश के राज प्रताप सिंह, उत्तराखण्ड के सुशील कुमार, बिहार के डॉ. दीपक प्रसाद और केरल के राज्य निर्वाचन आयुक्त ए. शाहजहाँ तथा मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव शामिल होंगे। साथ ही राज्य निर्वाचन आयोगों के सचिव एवं अन्य अधिकारी भी शामिल होंगे।