Jabalpur (Madhya Pradesh): जबलपुर (Jabalpur) की कैप्टन इशिता भार्गव (Captain Ishita Bhargav) ने इलेक्ट्रॉनिक पर्सनल लाइसेंस (EPL) प्राप्त करने वाली भारत की पहली पायलट बनकर इतिहास रच दिया है।
भारत ने पायलटों के लिए अपना पहला इलेक्ट्रॉनिक पर्सनल लाइसेंस (EPL) लॉन्च किया है , जिससे यह चीन के बाद दुनिया का दूसरा देश बन गया है जिसने यह सिस्टम शुरू किया है। इसके साथ ही, कमर्शियल पायलटों को अब फिजिकल लाइसेंस रखने की ज़रूरत नहीं होगी। इसके बजाय, वे मोबाइल ऐप के ज़रिए अपने लाइसेंस को मैनेज कर सकते हैं।
यह उपलब्धि भारत के विमानन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिससे यह पायलटों के लिए ईपीएल शुरू करने वाला चीन के बाद दुनिया का दूसरा देश बन गया है।
Captain Ishita Bhargav From Jabalpur Becomes India’s First Pilot To Receive EPL
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने दिल्ली में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में आधिकारिक तौर पर ईपीएल का शुभारंभ किया। नई प्रणाली वाणिज्यिक पायलटों को मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने लाइसेंस को डिजिटल रूप से संग्रहीत, एक्सेस और बनाए रखने की अनुमति देती है, जिससे भौतिक प्रतियों को ले जाने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
डिजिटल लाइसेंसिंग की ओर इस बदलाव का उद्देश्य प्रक्रियाओं को सरल बनाना, कागजी कार्रवाई को कम करना और देश भर में पायलटों के लिए सुविधा बढ़ाना है।
जबलपुर के नया गांव की रहने वाली कैप्टन इशिता भार्गव ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के इंदिरा गांधी एयरोनॉटिक्स संस्थान में पायलट की ट्रेनिंग पूरी की है। सफलतापूर्वक ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अब उन्हें कैप्टन का प्रतिष्ठित पद मिला है।
उनकी उपलब्धि न केवल उनके गृहनगर के लिए गौरव का विषय है, बल्कि यह भारत भर में महत्वाकांक्षी पायलटों, विशेषकर विमानन उद्योग में अपनी पहचान बनाने की इच्छुक युवा महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।
ईपीएल के लॉन्च के साथ, पायलट अब अपने लाइसेंस को कभी भी, कहीं भी, सीधे अपने मोबाइल डिवाइस से एक्सेस और मैनेज कर सकेंगे। इस डिजिटल परिवर्तन से कार्यकुशलता में वृद्धि, रिकॉर्ड रखने में सुधार और कागजी कार्रवाई पर निर्भरता कम होने की उम्मीद है, जिससे विमानन लाइसेंसिंग अधिक सुलभ और भविष्य के लिए तैयार हो जाएगी।