Nandikeshwar Dham Seoni: बसंत पंचमी का पर्व इस बार 3 फरवरी, सोमवार को जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस संबंध में जिला ब्राह्मण समाज की महत्वपूर्ण बैठक 8 दिसंबर को संपन्न हुई। बैठक में समाज के प्रमुख सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि नंदीकेश्वर धाम, परशुराम भवन में पारंपरिक और आधुनिक गतिविधियों का संगम होगा।
विशेष कार्यक्रमों की रूपरेखा
यज्ञोपवीत संस्कार और कर्ण क्षेदन संस्कार
इस पावन अवसर पर ब्राह्मण बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार और कर्ण क्षेदन संस्कार मुख्य आकर्षण होंगे। इन कार्यक्रमों का आयोजन पूर्णतः वैदिक विधि से किया जाएगा।
कार्यक्रम प्रभारी:
- श्री विकास तिवारी (सोनू महाराज) – 9131914714
- श्री गौरीशंकर तिवारी – 8878980051
विद्यारंभ संस्कार
बच्चों के शैक्षिक जीवन की शुरुआत को पवित्र बनाने के लिए विद्यारंभ संस्कार का आयोजन किया जाएगा। यह संस्कार भारतीय परंपराओं और शिक्षा के मूल्यों को ध्यान में रखते हुए संपन्न होगा।
प्रभारी:
- श्रीमती अनामिका मिश्रा
- श्रीमती नीतू दुबे
- श्रीमती सविता तिवारी
प्रतिभा सम्मान समारोह
इस अवसर पर 10वीं और 12वीं कक्षा में 80% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान समारोह समाज के होनहार छात्रों को प्रेरित करने के लिए आयोजित किया गया है।
प्रभारी:
- श्रीमती दुर्गेश्वरी शर्मा – 8602787830
- श्री अजय शर्मा
- श्रीमती साधना चतुर्वेदी
- श्री विनोद मिश्रा – 9424393959
युवक-युवती परिचय सम्मेलन
सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से युवक-युवती परिचय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यह सम्मेलन युवाओं को अपने जीवनसाथी चुनने का अवसर प्रदान करेगा।
प्रभारी:
- श्रीमती शकुंतला तिवारी – 9131427744
- श्रीमती अरविंदजा दुबे – 7999940048
- श्री भुवनेश्वर शुक्ला – 9425175057
पारंपरिक पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रम
कार्यक्रम की शुरुआत पूजन और हवन से होगी। इसके पश्चात सांस्कृतिक प्रस्तुतियां जैसे भजन, नृत्य, और काव्यपाठ कार्यक्रम को और आकर्षक बनाएंगे।
प्रचार-प्रसार प्रभारी:
- श्री अखिलेश पांडे
कार्यक्रम में सहभागिता का आह्वान
सभी विप्र बंधुओं से आग्रह किया जाता है कि वे अपने परिवार और बच्चों के साथ इस शुभ आयोजन में भाग लें।
जो भी बटुकों का यज्ञोपवीत या कर्ण क्षेदन संस्कार करवाना चाहते हैं, वे संबंधित कार्यक्रम प्रभारियों से शीघ्र संपर्क करें।
बैठक में उपस्थिति
इस आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के लिए आयोजित बैठक में समाज के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख रूप से:
- श्री दिलीप तिवारी (जिला अध्यक्ष)
- श्री प्रशांत शुक्ला
- श्री रविकांत तिवारी
- श्री सूर्यकांत चतुर्वेदी
- श्रीमती मंजूलता दुबे
- श्रीमती प्रतिभा तिवारी
बसंत पंचमी का महत्व
बसंत पंचमी का पर्व माँ सरस्वती की आराधना का प्रतीक है। यह दिन विद्या, कला, और संगीत के क्षेत्र में नई शुरुआत करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। समाज के लिए ऐसे आयोजन सांस्कृतिक और सामाजिक बंधन को मजबूत करते हैं।
इस बार का बसंत पंचमी उत्सव न केवल परंपराओं को समर्पित होगा, बल्कि यह समाज में शिक्षा और संस्कारों को बढ़ावा देने के साथ ही सामाजिक एकता का प्रतीक बनेगा।