Chhindwara (Madhya Pradesh): जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में सीआरपीएफ के जवान कबीर दास उइके शहीद हो गए। यह घटना बुधवार सुबह पुलिस और राष्ट्रीय राइफल्स की संयुक्त पार्टी और रियासी आतंकी हमले के आरोपियों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान हुई।
यह मुठभेड़ कटरा जा रहे तीर्थयात्रियों की बस पर हुए हमले के दो दिन बाद हुई, जिसमें आतंकियों ने पुलिस और राष्ट्रीय राइफल्स की संयुक्त पार्टी पर हमला किया था।
छिंदवाडा का रहने वाला जवान शहीद
कांस्टेबल कबीर दास उइके मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के पुलपुडोह गांव के निवासी थे। वह करीब एक दशक पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में शामिल हुए थे। उइके अपनी बहादुरी और वीरता के प्रतीक माने जाते थे। उन्होंने चार साल पहले शादी की थी और उनके परिवार में उनकी मां और पत्नी हैं।
आखिरी विदाई
उइके के शहीद होने की खबर से उनके गृह गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। सैनिकों ने शहीद को अंतिम श्रद्धांजलि दी, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके गृह नगर छिंदवाड़ा भेजा जाएगा। उनके पार्थिव शरीर के बुधवार शाम या गुरुवार दोपहर तक पहुंचने की उम्मीद है, जहां उनके परिवार के सदस्य और गांव के लोग अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं।
कबीर दास उइके: वीरता और शहादत की कहानी
कांस्टेबल कबीर दास उइके की शहादत छिंदवाड़ा जिले से 2 महीने में दूसरी शहादत है। 4 मई को, वायुसेना के जवान कॉर्पोरल विक्की पहाड़े जम्मू-कश्मीर के पुंछ में वायुसेना के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में शहीद हो गए थे। इन वीर जवानों की शहादत ने पूरे जिले में शोक और गर्व की भावना को एक साथ जन्म दिया है।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
सरकार और प्रशासन ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही गई है। राज्य और केंद्र सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने का संकल्प लिया है।
आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष
जम्मू-कश्मीर लंबे समय से आतंकवाद का शिकार रहा है। धारा 370 हटने के बाद एक नई उम्मीद जगी थी, लेकिन आतंकवादी हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हिंदू तीर्थयात्रियों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर आतंकवादियों ने एक बार फिर से अपनी कायरता दिखाई है।
2 महीने में छिंदवाड़ा के 2 जवान शहीद
कांस्टेबल उइके की दुखद खबर छिंदवाड़ा जिले से 2 महीने से भी कम समय में शहीद होने वाले दूसरे व्यक्ति की है। 4 मई को, वायुसेना के जवान कॉर्पोरल विक्की पहाड़े उस समय शहीद हो गए थे, जब जम्मू-कश्मीर के पुंछ से आ रहे वायुसेना के काफिले पर आतंकवादियों के एक समूह ने हमला किया था।