सिवनी: विश्वहिन्दू परिषद् जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह चौहान के नेतृत्व में सिवनी में विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल ने एकत्रित होकर पाकिस्तान पोषित इस्लामिक जेहादी आतंकवादियों के कायराना हमले की कड़ी निंदा की। इस अवसर पर उन्होंने आतंकियों का पुतला जलाया और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में क्या कहा गया?
विश्व हिन्दू परिषद् सिवनी जिला मंत्री, सूर्या जंघेला और बजरंग दल जिला संयोजक माधव दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति के नाम दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि जम्मू-कश्मीर में वैष्णों देवी कटरा से शिव खोडी जाते समय 9 जून को हिन्दू श्रद्धालुओं की बस पर क्रूर पाकिस्तान पोषित इस्लामिक जेहादी आतंकवादियों का कायराना हमला किया गया। इस हमले में 10 निर्दोष हिन्दू तीर्थयात्री मारे गए। इस घटना ने संपूर्ण देशवासियों को स्तब्ध कर दिया है।
धारा 370 हटने के बाद भी उग्रवाद जारी
जम्मू-कश्मीर लंबे समय से पाकिस्तान पोषित आतंकवाद का दंश झेल रहा है। धारा 370 हटने के बाद एक आशा की ज्योति जगी थी, लेकिन लगता है कि उग्रवादियों का मनोबल अभी भी कम नहीं हुआ है। हिंदुओं को चिन्हित करके उनकी हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। इन सबके पीछे स्पष्ट रूप से पाकिस्तान का हाथ है।
बजरंग दल की मांगें
बजरंग दल ने इस कायराना कृत्य की तीव्र निंदा करते हुए राष्ट्रपति से निवेदन किया है कि इस प्रकार की गतिविधियों पर पूर्ण नियंत्रण पाने के लिए निर्णायक और कठोर कदम उठाए जाएं। उन्होंने आग्रह किया कि इस प्रकार के तत्वों को संरक्षण देने वाले आंतरिक और विदेशी तत्वों का भी कठोरता से समुचित इलाज हो और केंद्र सरकार इसको सुनिश्चित करे।
राष्ट्रपति को ज्ञापन में शामिल मुख्य मांगें
- आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम: ज्ञापन में मांग की गई कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए निर्णायक उपाय करे।
- आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई: ज्ञापन में कहा गया कि आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
- हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो: जम्मू-कश्मीर में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंध किए जाने चाहिए।
- अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाना: पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने के प्रयास तेज किए जाने चाहिए।
सिवनी की जनता का आक्रोश
सिवनी की जनता में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं देश की अखंडता और संप्रभुता के लिए खतरा हैं। जनता ने सरकार से तत्काल और कठोर कदम उठाने की मांग की है।
घटना का प्रभाव और भविष्य की योजनाएं
इस घटना ने सिवनी और देश के अन्य हिस्सों में सुरक्षा की चिंता को बढ़ा दिया है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और हर संभव कदम उठाए जाएंगे।