MP ELECTION 2023: मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 130 सीटें संभव! ज्योतिरादित्य सिंधिया के दलबदल से कोई फर्क नहीं; दिग्विजय सिंह का बड़ा दावा
सवाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 230 में से कितनी सीटें मिलेंगी ?
दिग्विजय सिंह- 130 सीटें मिलेंगी. पिछली बार मैंने 126 सीटें जीतने का अनुमान लगाया था लेकिन 114 सीटें मिलीं।
सवाल: पिछले विधानसभा चुनाव में चंबल-ग्वालियर इलाके में ज्योतिरादित्य सिंधिया अहम थे. उन्होंने विधायक चुने थे. क्या इस बार ज्योतिरादित्य की गैरमौजूदगी कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएगी ?
दिग्विजय सिंह-ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नहीं चुने विधायक. ये विधायक कांग्रेस पार्टी के दम पर चुने गए थे . कुछ विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी. उनमें से कुछ उपचुनाव में हार गए. ग्वालियर नगर निगम में 52 साल बाद कांग्रेस को सत्ता मिली है. कांग्रेस ने मुरैना नगर निगम चुनाव भी जीता, जो परंपरागत रूप से भाजपा के पास था। आज मध्य प्रदेश में कांग्रेस मजबूत है और ज्योतिरादित्य शिंदे के कांग्रेस छोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ा है.
प्रश्न: सच है, 2018 में कांग्रेस सरकार सत्ता में आई , लेकिन विभाजन हो गया। अब कांग्रेस की सरकार आएगी तो क्या पांच साल तक चल पाएगी?
दिग्विजय सिंह- कांग्रेस सरकार निश्चित तौर पर पांच साल तक चल सकती है. कांग्रेस के प्रति वफादार लोगों को ही उम्मीदवारी दी गई है।
सवाल: कांग्रेस की सरकार आई तो कमलनाथ मुख्यमंत्री बन सकते हैं , लेकिन नई पीढ़ी में से कौन मुख्यमंत्री बन सकता है?
दिग्विजय सिंह- ये भी अब कोई मुद्दा नहीं है. अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो हमारा लक्ष्य जनता से किये गये वादों को पूरा करना होगा.
सवाल: इस बार चुनाव में आपके ज्यादा न दिखने के पीछे क्या कारण है ?
दिग्विजय सिंह- मैं प्रदेश भर में जितने दौरे करता हूं, उतना कोई नेता नहीं करता. मैंने मध्य प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया है.
सवाल: कांग्रेस का अभियान मुख्य रूप से वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के खिलाफ केंद्रित है और क्या इससे वास्तव में फायदा होगा ?
दिग्विजय सिंह- शिवराज सिंह सरकार ने यहां कई घोटाले किए हैं, कांग्रेस उनके खिलाफ आरोप पत्र लेकर जनता के सामने जा रही है. भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के आरोपों की जानकारी घर-घर तक पहुंचाई जा रही है। कांग्रेस ने अपना अभियान तीन मुद्दों महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के इर्द-गिर्द केंद्रित किया है।
प्रश्न: अभियान के अन्य मुद्दे क्या हैं ?
दिग्विजय सिंह- अशोक गहलोत सरकार ने राजस्थान में 25 लाख तक की स्वास्थ्य योजना लागू की है. यदि कांग्रेस सरकार सत्ता में आई तो उसी तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी समशम आरोग्य योजना तत्काल लागू की जाएगी। स्कूली छात्रों के लिए प्रोत्साहन राशि उपलब्ध करायी जायेगी. किसानों को भी राहत दी गई है और 2600 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं खरीदा जाएगा. बकाया बिजली बिल माफ किये जायेंगे।
किसानों को 500 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी. घरेलू खपत के लिए बिजली दरें भी कम की जाएंगी। कई लोगों के पास विरासत में मिले मकानों के लिए पंजीकृत दस्तावेज नहीं हैं, उन्हें सरकार द्वारा पंजीकृत दस्तावेज दिए जाएंगे। उसके आधार पर लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है.
सवाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व पर क्यों भरोसा कर रही है ?
दिग्विजय सिंह- हल्का हिंदुत्व अस्तित्व में नहीं है. हिंदू धर्म का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है. सावरकर ने हिंदुत्व शब्द का प्रयोग किया था. उन्होंने खुद कहा था कि हिंदू धर्म का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है. हिंदुत्व केवल एक पहचान है. हिंदू धर्म को अक्सर गलत समझा जाता है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार तेज हो गया है और कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है. इस संबंध में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ‘लोकसत्ता’ को दिया यह खास इंटरव्यू.