सिवनी, बरघाट धारनाकला। प्रति वर्षा नुसार इस वर्ष भी बस स्टेंड प्रांगण मे महाआरती विशाल रूप से सम्पन्न हुई तथा धारनाकला सहित पूरे बदघाट ल्शेत्र की महिलाओं ने अपने घरो से आरती थाल सजाकर बस स्टेंड मे बिराजित मा जगत जननी की महाआरती की.
महाआरती मे कुल 2500 दो हजार पांच सौ महिलाओ ने अपने घरों से आरती की थाल सजाकर ले आई तथा मा की महाआरती सम्पन्न की
11 मंगल सूत्र तथा सैकडो की तादाद मे चांदी के सिक्के प्रसादी मे वितरण
यहां यह बताना भी लाजिमी है की प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी दान दाताओ के द्वारा सोने के मंगल सूत्र तथा चांदी के सिक्के महा आरती मे सम्मलित महिलाओ को प्रसादी के साथ प्राप्त हुए है और यह मंगल सूत्र तथा चांदी के सिक्के समिति के द्वारा प्रसादी के साथ पैक कर दिये जाते है जिन्हे महाआरती मे शामिल महिलाओ की थाल मे कृमशः रख दिया जाता है और जिसके भाग्य मे होता है उसे मंगल सूत्र तथा चांदी के सिक्के प्राप्त हो जाते है
यह भी उल्लेखनीय है की मा जगत जननी के नवरात्र पर्व मे महा आरती का सिलसिला आज का नही अपितु वर्षो पहले का जो आज की स्थिति मे विशाल रूप ले चुका है इसके पूर्व भी मा के इस दरबार मे अभिजित जैसवाल के द्वारा अपनी माता की स्मृति मे 1100 आरती की थाल के साथ 11 चांदी की आरती या महिलाओ को भेट की गई थी और यही कारण है की प्रति वर्ष दान दाता अपनी स्वेच्छा से इस दरबार मे चांदी के सिक्के तथा सोने के पेडल देने की घोषणा कर देते है