सिवनी: सिवनी जिले के उगली थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम बेलगांव व पीपरताल के बीच एक बांध स्थित है. उस बाँध में रोजाना ग्रामीण अपने वाहनों को धोने के लिए पहुँचते है. बीते दिन रविवार को पिता के साथ ट्रेक्टर धोने पहुंचे 2 भाई ट्रेक्टर धोते धोते बाँध में डूब गए थे.
दोनों बालकों के डूबने के बाद रात होने की वजह से रविवार की रात्री तो उनको ढूँढना अत्यधिक मुश्किल था पर आज सोमवार सुबह होते ही उनको ढूँढने का कार्य निरंतर जारी था, जिसके बाद आज सोमवार को बाँध में से दोनों भाइयों के शव बरामद हुए है.
रविवार को डूबे दोनों भाइयों के शव आज सोमवार को सुबह 9 बजे लगभग 15 घंटो के बाद बाँध से बरामद हुए.
सोमवार सुबह से शुरू की गई तलाश
उगली थाना प्रभारी श्यामसुंदर भारद्वाज ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते दिन रविवार को दो बालकों के बाँध में डूबने की सूचना मिली थी जिसके बाद टीम तुरंत ही मौके पर पहुंची पर अंधेरा हो जाने की वजह से दोनों भाइयों की तलाश का काम अत्यधिक रूप से प्रभावित हुआ।
जिस वजह से सोमवार की सुबह से ही दोनों बालकों को धुन्धने का काम शुरू किया गया. पुलिस द्वारा ग्राम खामी के मछुआरे को बांध लाया गया और तलाश शुरू किया. आज सोमवार को ही सुबह करीब 8.45 बजे बांध में डूबे एक बच्चे का शव बरामद हुआ इसके 15 मिनट बाद दूसरे बच्चे का शव भी मिल गया।
हालांकि बांध में डूबे दोनों बच्चों की तलाश के लिए सिवनी से एसडीआरएफ के प्रशिक्षित गोताखोर की टीम भी मौके पर पहुंची थी।बांध में डूबे प्रांशु रिनायत (13) व उसके भाई प्रतीक रिनायत (11) के शव बांध से मिल जाने पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम होने के बाद स्वजनों को सौंप दिया है।
पिता के साथ ट्रेक्टर धोने गए थे बच्चे
बेलगांव निवासी विजय रिनायत के साथ उसके दो बेटे प्रांशु (13) व प्रतीक (11) रविवार की शाम ट्रैक्टर धोने के लिए पीपरताल बांध गए थे। शाम करीब छह बजे ट्रैक्टर धोने के बाद पिता ट्रैक्टर लेकर बांध की पार पर चला गया था। इस दौरान उसके दोनों बेटे हाथ धोने के लिए बांध की ओर लौटे थे और फिर वापस पिता के पास नहीं पहुंचे।
करीब आधा घंटा तक जब दोनों बेटे वापस नहीं आए थे तब पिता ने बांध के पास जाकर उनकी तलाश की थी, लेकिन दोनों बेटों का कहीं पता नहीं चला था। दोनों बेटों के नहीं मिलने पर पिता ने शोर-शराबा कर आसपास के लोगों को एकत्रित किया था।
साथ ही घटना की सूचना उगली थाना पुलिस को दी गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से बांध में डूबे दोनों बच्चों की तलाश शुरू की थी, लेकिन अंधेरा होने के कारण तलाश का काम पूरा नहीं हो पाया था।