सिवनी: सिवनी जिले में देवाधिदेव महादेव और मां पार्वती का प्रतीकात्मक विवाह हर वर्ष महाशिवरात्रि पर बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है, महादेव और मां पार्वती के विवाह की तैयारी पूरी हो चुकी है. महादेव और मां पार्वती के विवाह के लिए कार्ड भी छप गए है. और इन्हें सिवनी शहर के हर घर तक पहुंचाया जा रहा है.
सिवनी जिले में भगवान शिव और मां पार्वती का प्रतीकात्मक विवाह बिलकुल ऐसे होता है आपके घर में विवाह समारोह आयोजन होता है बिलकुल वैसे ही, विवाह की सभी रस्मे भी होती है जैसे हल्दी, मेहंदी, संगीत सभी.
भगवान शिव और मां पार्वती के विवाह के कार्ड में सभी चीजें बिलकुल वैसी है जैसे की जब अपने घरों में शादी विवाह के समय कार्ड में अंकित होता है. वर पक्ष, वधु पक्ष, रस्मों की तिथि अंकित की गयी है.
देवाधिदेव महादेव और मां पार्वती के विवाह में वर पक्ष (देवाधिदेव महादेव) के रूप में स्वयं महादेव का ह्रदय स्थल यानी मठ मंदिर समिति और वधु पक्ष की बात करें तो वधु पक्ष (जगतजाननी माता पार्वती) के रूप में श्री गणेश मंदिर समित छिंदवाडा चौक है.
देवाधिदेव महादेव और माता पार्वती के विवाह आयोजन में होने वाली रस्मों पर ध्यान दें तो भगवान शिव के विवाह समारोह में हल्दी की रस्म दिनांक 16 फरवरी को रात्री 08:00 से शुरू होगी. इसके बाद दिनांक 17 फरवरी को मेहंदी एवं संगीत की रस्म रात्री 08 बजे शुरू होगी.
देवों के देव महादेव का शुभविवाह 18 फरवरी 2023 को संपन्न होगा, जिसके लिए विवाह स्थल मठ मंदिर के बगल में ही खेत पर संपन्न होगा. भगवान शिव की बारात मठ मंदिर से ही शाम 5 बजे प्रस्थान करेगी.