नई दिल्ली : भारत में सोमवार से 15 से 18 वर्ष की आयु के किशोरों के लिए कोविड-19 टीकाकरण का अभियान शुरू कर दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने घोषणा की थी कि भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को 28 दिनों के अंतराल पर दो खुराक में पात्र किशोरों को दिया जाएगा।
नए आयुवर्ग के लिए शुरू किए गए इस टीकाकरण अभियान को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर जागरूकता फैलाई जा रही है और दिग्गजों द्वारा इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया जा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस टीकाकरण अभियान को लेकर तमाम पोस्ट जारी कीं और एक पोस्ट में इसके लिए योग्यता की जानकारी देते हुए लिखा, “18 वर्ष से कम आयुवर्ग के लिए केवल कोवैक्सिन ही स्वीकृत है।
18 से ऊपर यानी के सभी लोग जो वर्ष 2004 या इससे पहले पैदा हुए हैं, वे कोविशील्ड समेत सभी वैक्सीन के लिए योग्य हैं। जबकि 15-17 वर्ष वाले यानी जो 2005, 2006 या 2007 में पैदा हुए हैं, वे केवल कौवैक्सिन के लिए योग्य हैं। कोविन पर इसकी पुष्टि की जा चुकी है।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अन्य पोस्ट में गुजरात के गांधीनगर के टीकाकरण की तस्वीरें पोस्ट करते हुए जानकारी दी, “गुजरात के गांधीनगर ज़िले के स्कूल में पहुंचकर मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी जी ने 15 से 18 वर्ष के किशोरों के लिए #COVID टीकाकरण का शुभारंभ किया।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने लिखा, “पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण के अंर्तगत आज से देश भर में 15 से 18 आयुवर्ग के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गयी है। हमारे यंग इंडिया को कोरोना का सुरक्षा कवच देने हेतु मैं मोदी जी का धन्यवाद करता हूं।
#SabkoVaccineMuftVaccine”
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी कू पोस्ट में बताया, “कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में 15-18 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू करने के साथ भारत ने एक मील का पत्थर पार कर लिया है। मैं सभी माता-पिता/अभिभावकों से अपील करती हूं कि वे अपने बच्चों का टीकाकरण करवाएं और दुनिया में #LargestVaccineDrive को और गति दें।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कू पर एक के बाद की गईं कई पोस्टों में टीकाकरण अभियान को लेकर कई बातें कहीं। उन्होंने अपनी एक पोस्ट में लिखा, “आज मैंने लखनऊ में एक कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण किया। 15 से 18 वर्ष के बच्चों के मन में उत्साह है। वैक्सीन लेने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने हेतु अनेक संस्थाएं कार्य कर रही हैं। सभी बच्चों को अपनी बारी आने पर पूर्ण अनुशासित तरीके से ’टीका जीत का’ लगवाना है।”
इस बीच, भारत में सोमवार को कोरोना वायरस के 33,750 ताजा मामले सामने आए और 123 मौतें दर्ज की गईं। जबकि 10,846 लोगों के वायरस से ठीक होने के साथ देश में एक्टिव केस लोड 1,45,582 पहुँच गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़, देश में ओमिक्रोन मामलों की संख्या 1,700 तक पहुंच गई है, जिनमें से 639 ठीक हो चुके हैं या उन्हें छुट्टी दे दी गई है। 510 ओमिक्रोन मामलों के साथ महाराष्ट्र सबसे ऊपर है और इसके बाद 351 मामलों के साथ दिल्ली का नंबर है।