नई दिल्ली. टेक दिग्गज कंपनी Apple की ओर से बीते मंगलवार को Apple App store से कुछ ऐप को हटाने की धमकी दी। कंपनी का कहना था कि कुछ ऐप्स apple App स्टोर के अपकमिंग प्राइवेसी फीचर का विरोध कर रहे हैं। अगर इन ऐप्स ने कंपनी के प्राइवेसी फीचर का पालन नहीं किया, तो उन्हें ऐप स्टोर से हटाया जाएगा। Apple App Store की इस धमकी पर पॉप्युलर मैसेजिंग ऐप WhatsApp ने नाराजगी जाहिर की है। WhatsApp की तरफ से कहा गया है कि Apple का नया डेटा लेबलिंग नियम गलत है।
क्या है WhatsApp की दलील
WhatsApp के मुताबिक यह apple का दोहरा रवैया है क्योंकि Apple का iMessege ऐप iPhone समेत सभी Apple डिवाइस में पहले से इंस्टॉल रहता है। इसे App Store से डाउनलोड करने की जरूरत नही होती है। ऐसे में Apple के इस ऐप पर कंपनी के नए नियम नही लागू होंगे, जबकि WhatsApp जैसे बाकी ऐप्स पर प्राइवेसी के नियम लागू होंगे। WhatsApp का कहना है कि कंपनी को सभी ऐप्स की लेबलिंग की जानी चाहिए। साथ ही इमसें थर्ड पार्टी ऐप को भी शामिल किया जाना चाहिए।
छोटे ऐप डेवलपर्स को होगा नुकसान
बता दें कि Apple कंपनी ने इस साल की शुरुआत में ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपेरेंसी फीचर को पेश करने की योजना बनाई थी। लेकिन डेवलपर्स को अपने ऐप में बदलाव करने और गोपनीयता के मुद्दों को हल करने के लिए अधिक समय देने में देरी हुई। टेक कंपनियों और विज्ञापनदाताओं, जैसे कि Facebook ने योजनाबद्ध बदलाव की आलोचना करते हुए कहा है कि यह गेमिंग डेवलपर्स जैसे छोटे डेवलपर्स को चोट पहुंचा सकता है। लेकिन Apple का कहना है कि यूजर को पता होना चाहिए कि उन्हें अलग-अलग ऐप और वेबसाइटों पर कब ट्रैक किया जा रहा है। साथ ही Apple के नए नियम विज्ञापनदाताओं पर नजर रखने में मदद करेंगे