Ganpati Bappa

चंद्र दर्शन के बाद ही पूर्ण माना जाता है यह पावन व्रत

पूर्णिमा के बाद कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस तिथि पर भगवान श्रीगणेश का पूजन करने से सभी विघ्नों का नाश होता है।