सिवनी : कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर 22 जनवरी की सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक ‘जनता कर्फ्यू’, का सिवनी जिले में व्यापक असर देखने को मिला। जिला मुख्यालय सहित तहसील और ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़कें सूनी रहीं, बाज़ार पूरी तरह बंद रहे और लोग अपने अपने घरों में ही रहे। ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी बीमारी के खोफ़ से शहर के साथ-साथ गांवों में भी सन्नाटा पसरा रहा हो। प्रधानमंत्री की अपील का असर तो सिवनी जिले में एक दिन पहले ही दिखने लगा था, जब बीते शनिवार की दोपहर से ही बाज़ार बंद होने शुरू हो गए थे। हालांकि, इस दौरान लोगों ने रोजमर्रा के जरूरी सामान खरीद लिया था।
मेडिकल खुले, लेकिन नहीं पहुंचे लोग
‘जनता कर्फ्यू’, के दौरान जिला मुख्यालय में मेडिकल स्टोर तो खुले रहे, लेकिन दवाएं खरीदने के लिए कोई भी नहीं पहुंचा। इधर, जिला अस्पताल भी खुला, लेकिन यहां भी सर्दी- जुकाम से पीड़ित नाम मात्र के मरीज ही पहुंचे। बैंक एटीएम भी खुले रहे, लेकिन यहां भी सन्नाटा पसरा रहा। जाहिर है, कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लोग दहशत में हैं और पूरी सतर्कता बरत रहे हैं।
पूरी तरह बंद रहे यात्री वाहन
‘जनता कर्फ्यू’, के समर्थन में जिले भर में यात्री वाहन पूरी तरह बंद रहे। बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा रहा। यात्री वाहन के अलावा अन्य निजी वाहन के साथ- साथ दोपहिया वाहन तक सड़क में नज़र नहीं आए। पूरे जिले में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात दिखे। वहीं, अन्य जिलों से आने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। रविवार को ग्राम पंचायत ब्योहारी में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा नागपुर से आए लोगों की जांच की गई।
परिवहन अधिकरी ने खिलाया खाना
‘जनता कर्फ्यू’, के दौरान बस स्टैंड क्षेत्र में एक दर्जन से ज्यादा निः शक्तजन-विछिप्पत बाहरी लोगों को जिला अतिरिक्त क्षेत्रीय अधिकारी देवेश बाथम ने अपने घर से खाना लाकर खिलाया और पानी के पाउच दिए। इस दौरान उनकी पत्नी ने भी इस नेक काम में उनका सहयोग किया। जिसकी सराहना की गई।
जानकारी छुपाने पर होगी कानूनी कार्यवाही
इधर, कलेक्टर प्रवीण सिंह ने निर्देश दिए हैं कि विदेश यात्रा, जिन राज्यों में कोरोना के संक्रमित मरीज मिले हैं, वहां से आने वाले व्यक्ति या जो व्यक्ति कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्तियों के सम्पर्क में आये हैं, ऐसे नागरिक सिवनी जिले की सीमा में प्रवेश करते ही अपने संबंध में सूचना जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए टोल फ्री नमंबर 0792-220323, 227423 पर दें, ताकि उनकी आवयश्क जांच करवाई जा सके। इस आदेश का पालन ना करने वाले लोगों के खिलाफ धारा 269, 270, 336 के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी।