सिवनी – समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त घंसौर विकासखण्ड के ग्राम काछीबुधवारा प्रकरण में अनाज न होने से बच्चो द्वारा वृक्षो के पत्ते खाने की बात प्रकशित की गई है। जो कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जपं घंसौर की जांच उपरान्त निराधार पाया गया।
जांच में 12 जून 18 को परिवार को पात्रतानुसार उचित मूल्य दुकान ग्राम बालपुर से खाद्यान्न उपलब्ध करवाया गया है। मौका निरिक्षण में घर पर गेहूँ, चाँवल व मक्का पाया गया है। इसके साथ ही परिवार का 1 एकड़ कृषि भूमि पर स्वामित्व है। जिसमे रिश्तेदारों के माध्यम से उस पर कृषि कार्य परिवार द्वारा किया जाता है।
प्राप्त जानकारी अनुसार 5 दिसंबर 2017 को पिता रमेश मरावी की आत्महत्या करने के उपरांत परिवार में माता झारियोबाई, पुत्र मनीष,पारधी व पुनीत है। जिसमे पुत्र पारधी ग्रामवासियो के मतानुसार मानसिकता विकलांग है।
बडा पुत्र मनीष कार्य हेतु लगभग 5 वर्षो से जिले से बाहर गया हुआ है। माता झारियोबाई की पीलिया रोग से ग्रसित होने के कारण ग्राम पहाडी रिश्तेदार के घर इलाज हेतु गयी हुई थी। जानकारी मिलने के उपरांत जिला प्रशासन द्वारा उन्हें वापस बुलवाकर जिला चिकित्सालय सिवनी में इलाज कराया जा रहा। शीघ्र ही पुत्र पारधी की विशेषज्ञों द्वारा सम्पूर्ण जांच कराई जायेगी।