Seoni Indian Army T-55 Tank News: भारत-पाकिस्तान 1971 युद्ध में भारतीय सेना के अदम्य साहस और पराक्रम का प्रतीक बना T-55 टैंक अब मध्यप्रदेश के सिवनी जिले की शान बनने जा रहा है। यह ऐतिहासिक क्षण सिर्फ सिवनी जिलेवासियों के लिए नहीं बल्कि प्रदेश के साथ साथ देशवासियों के गर्व का विषय है। सिवनी जिला मुख्यालय में यह टैंक भारतीय सेना द्वारा मात्र शक्ति संगठन के सम्मान में मात्र शक्ति संगठन को हैण्डओवर किया गया है, जोकि जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस के बगल में स्थापित होना है. लेकिन हालफिलहाल इस टैंक को पुलिस ग्राउंड में रखा जाएगा.
मध्यप्रदेश के सिवनी नगर बनेगा T-55 टैंक का नया घर
अब यह गौरवशाली टैंक 28 अप्रैल को सिवनी, मध्यप्रदेश में प्रवेश करने जा रहा है। इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने के लिए पूरा नगर उत्साहित है। मातृ शक्ति संगठन को भारतीय सेना द्वारा यह अद्वितीय उपहार प्रदान किया जा रहा है, जो नगर के गौरव और राष्ट्रभक्ति की भावना को और भी प्रबल करेगा।
कार्यक्रम विवरण:
- तारीख: 28 अप्रैल
- समय: शाम 5 बजे
- स्थान: छिंदवाड़ा चौक, सिवनी
- रैली मार्ग:
- छिंदवाड़ा चौक
- महावीर मढ़िया
- दादू धर्मशाला
- नगरपालिका
- बस स्टैंड
- कचहरी चौक
- पुलिस ग्राउंड (समापन)
विशाल राष्ट्रभक्ति रैली का आयोजन
इस वीर योद्धा के स्वागत में एक भव्य राष्ट्रभक्ति रैली का आयोजन किया गया है। रैली में नगर के गणमान्य नागरिक, युवा वर्ग, मातृ शक्ति संगठन की महिलाएं तथा स्कूली छात्र बड़ी संख्या में भाग लेंगे। रैली के दौरान देशभक्ति के नारों से पूरा सिवनी नगर गूंज उठेगा और देशभक्ति का अद्भुत वातावरण बनेगा।
सिवनी वासियों के लिए गर्व का क्षण
सिवनी नगर में T-55 टैंक का आगमन केवल एक सैन्य धरोहर का आगमन नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रभक्ति, बलिदान और वीरता का प्रतीक बनकर आने वाला है। यह युवा पीढ़ी को भारतीय सेना के शौर्य से प्रेरित करेगा और देशसेवा की भावना को बल देगा।
T-55 टैंक के स्वागत हेतु आमंत्रण
हम सभी सिवनी वासियों से अनुरोध करते हैं कि 28 अप्रैल को शाम 5 बजे छिंदवाड़ा चौक पर एकत्रित होकर इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनें। चलिए मिलकर इस गौरवशाली टैंक का स्वागत करें और भारतीय सेना के अदम्य शौर्य को नमन करें।
T-55 टैंक का गौरवशाली इतिहास
T-55 टैंक को सोवियत संघ (USSR) में निर्मित किया गया था और यह भारतीय सेना में शामिल होकर दशकों तक भारतीय सीमाओं की रक्षा करता रहा। इस टैंक ने अपने समय में अद्वितीय विश्वसनीयता, दमदार मारक क्षमता और बेहतरीन रक्षा तंत्र के लिए दुनिया भर में ख्याति प्राप्त की। इस टैंक की मुख्य विशेषताओं में 100 मिमी की शक्तिशाली गन, 580 हॉर्स पावर का डीजल इंजन, NBC (न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल, केमिकल) सुरक्षा प्रणाली, के साथ उच्च गतिशीलता और सटीक लक्ष्य भेदन क्षमता शामिल है
1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में T-55 टैंक की भूमिका
1971 के युद्ध में जब पाकिस्तान ने भारत पर आक्रमण किया था, तब T-55 टैंक ने भारतीय सेना को विजय दिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसकी मदद से भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी बंकरों और मोर्चों को ध्वस्त कर दिया और कई इलाकों पर विजय प्राप्त की।
मुख्य अभियानों में सहभागिता:
- ऑपरेशन ट्राइडेंट
- ऑपरेशन रक्षक
- ऑपरेशन विजय
- ऑपरेशन पराक्रम
इन अभियानों में T-55 ने अपनी ताकत का ऐसा प्रदर्शन किया कि आज भी युद्ध विशेषज्ञ इसकी भूमिका को सम्मानपूर्वक याद करते हैं।
2011 तक सेना में सेवा
T-55 टैंक ने 2011 तक भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दीं। आधुनिक तकनीक के आने के बावजूद इस टैंक ने अपनी मजबूती और विश्वसनीयता से भारतीय सेना के बख्तरबंद दस्तों का अभिन्न अंग बने रहने का गौरव प्राप्त किया। T-55 टैंक सिवनी के गौरव को नई ऊंचाइयां देगा और भारतीय सेना की अद्वितीय वीरता का स्मरण कराएगा। इस कार्यक्रम में शामिल होकर हम अपने राष्ट्र और सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त करें और गर्व का अनुभव करें।