सिवनी: अखिल भारतीय मोबाइल एसोसिएशन एवं भारतीय खुदरा व्यापार संगठन (cait) द्वारा ऑनलाइन कारोबारियों की अनैतिक कारोबार नीतियों के खिलाफ 8 जनवरी को आंदोलन एवं बंद का आगाज किया गया जिसकी श्रृंखला में सिवनी मोबाइल एसोसिएशन द्वारा बंद का आह्वान किया है
उक्त बंद के निर्णय के बारे में एसोसिएशन के अध्यक्ष सहित बाकी दुकानदारों द्वारा बताया गया कि ऑनलाइन बनाम विदेशी कारोबारियों द्वारा देश के घरेलू/स्वदेशी व्यापार को समाप्त करने की मंशा से लागत मूल्यों से कम,अनावश्यक डिस्काउंट जैसी सेले लाकर अनैतिक खेल खेला जा रहा है
नतीजे सिवनी जिले की 40 -50 रिटेलस्टोर सहित देश की लगभग 40000 दुकानों बंद हो चुकी है जिस वजह इन रिटेलस्टोर/दुकानों से अपनी आजीविका चलाने वाले लाखों लोग रोजी रोटी से बेगार हो गया आज के बंद का उद्देश्य किसी का विरोध न होकर अपने अधिकारों के लिये अपनी आवाज बुलंद करते हुऐ भारत सरकार से निम्नानुसार बिंदुओं पर अपनी मांग रखना है
- हमारी भारत सरकार और ब्रांड्स से क्या मांगे है –
- ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा अनैतिक तरीके से दी जाने वाली ऑनलाईन डिस्काउंटिंग को बंद करें|
- ई-कॉमर्स कंपनियों को नियंत्रित करने के लिए एक रेग्युलेटरी अथॉरिटी बनाई जाए ताकि ये कंपनियां FDI क़ानून का उल्लंघन ना करें और सबको एक जैसा व्यापार का अवसर मिलें|
- Flipkart और Amazon ने जो अबतक प्रेस नोट 2 का उल्लंघन कर जो FDI फंड का दुरुपयोग किया है उसकी जांच करायी जाए|
- Cash On Delivery जैसी हरकतों पर रोक लगे|
- व्यापारियों को रु. 10 लाख तक का लोन बिना किसी गारंटी उपलब्ध कराया जाए|
- ब्रांड्स ई-कॉमर्स को देने वाले अपने एक्सक्लुसिव्ह प्रोडक्ट्स को बंद करें और सभी के लिए सभी प्रोडक्ट्स Same Product, Same Time, Same Price और Same Offer के साथ उपलब्ध कराएं जाए|
- ऑनलाईन और ऑफलाइन में भाव फर्क बंद कराए और ऑनलाईन किसे भी तरीके का डिस्काऊंट ना दे सके ये सुनिश्चित कराये|
- अगर ब्रांड ऐसा कराने में असफल हो तो रिटेलर भी ऑनलाइन के भाव में बेचकर डिफरेंस का पैसा डिस्ट्रीब्यूटर से वसूल करेगा|
इस बंद को लेकर आयोजक सिवनी मोबाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल ठाकुर, सचिव प्रकाश पप्पू माधवानी ,उपाध्यक्ष आशीष चौरसिया ,राजा हेडाऊ शशांक पारकर सहित सभी मोबाइल विक्रेता एवम टेलीकॉम से जुड़े मोबाइल कंपनियों के वितरकों द्वारा रिटेलकारोबारियो से इस बंद/आंदोलन में शामिल होकर अपनी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने की अपील की गई है