सिवनी। भारत की प्राचीनतम संस्कृति को पुर्नजीवित बनाये रखने के लिये प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भुजलिया पर्व के दूसरे दिन 28 अगस्त को छिंदवाड़ा मार्ग पर स्थित ग्राम फुुलारा में स्व. दादू चंद्रिका प्रसाद जी की स्मृति में शैला प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया।
इस प्रतियोगिता में चौरई तहसील के ग्राम कुंडा, पिपरिया एवं कामता व स्थानीय फुलारा की शैला मंडली ने रिमझिम बारिश के मध्य लगभग 2 घंटे तक पांरपरमपरिक वेश-भूषा में पुराने वाद्ययंत्रों का प्रयोग कर अपनी-अपनी प्रस्तुति दी।
आयोजन समिति की ओर से प्रथम पुरूष्कार ग्राम कुंडा के मंडल को मिला, जिसे शील्ड व 3100 रूपये पुरूस्कार के रूप में दिये गये, वहीं दूसरे स्थान पर पिपरिया का दल रहा, जिसे शील्ड व 2500 रूपये नगद प्रदान किये गये, वहीं तीसरे स्थान पर आई कामता की टीम को 2000 नगद व शील्ड दिये गये।
रिमझिम बारिश के मध्य हुई शैला प्रतियोगिता
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