मोहगांव के जंगल में मिली लाश के आरोपियों को ढूंढ निकाला पुलिस ने
सिवनी (Seoni News) : अंधे हत्याकांड का पुलिस ने 2 दिन में किया खुलासा, प्रेमिका से मिलने जाते समय रास्ते में करंट लगाया जिन्दा बचने पर कुल्हाडी, सब्बल, लाठी से मारकर हत्या कर दी
यह थी घटना – दिनांक 09 अप्रैल 2020 की रात्रि में मृतक आसिफ खान पिता अब्दुल लतीफ खान घर से मोटर सायकिल लेकर अपनी प्रेमिका से मिलने निकला था जो वापस नहीं आया, मृतक के पिता, गांव के लोगों के साथ मिलकर इसकी तलाश करने निकले जिन्हें मृतक की लाश संदिग्ध परिस्थिति में मोहगांव के बफर जोन जंगल में मिली.
जिसकी सूचना मृतक के पिता के द्वारा दिनांक 10 अप्रैल 2020 को थाना कुरई में दूरभाष के माध्यम से दी गई थी. सूचना की तस्दीक कर थाना कुरई पुलिस मौके पहुंची एवं अपराध कमांक 132/2020 धारा 302,201,120बी भादवि का लेखबद्ध किया.
इस तरह आरोपी ने वारदात को दिया था अंजाम
मृतक आसिफ आरोपियों के परिवार की लड़की से प्रेम करता था जिससे मिलने अक्सर जंगल के रास्ते से आया करता था, यह आरोपियों को अच्छा नहीं लगता था. सभी आरोपियों के द्वारा मिलकर आसिफ को जान से मारने की योजना तैयार की गई.
सभी आरोपियों ने आपराधिक षणयंत्र करते हुये दिनांक 09 अप्रैल 2020 को आसिफ की हत्या के इरादे से उसके आने-जाने वाले जंगली रास्ते में तार फैलाकर करेंट लगा दिया. जब आसिफ अपनी प्रेमिका से मिलने इस रास्ते से आया तो वह करेंट की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया.
आरोपियों ने आसिफ खान को जिंदा देखकर उसे कुल्हाडी, सब्बल, लाठी से मारकर हत्या कर दी एवं उसकी लाश को घने जंगल में ले जाकर बरसाती नाले में घास पत्तों में छिपा दिये तथा उसके मोबाईल को तोड़कर झोड़ी में फेंक दिये
ये है आरोपी –
01- दिनेश पिता कुलवंत कोरचे उम्र 25 साल निवासी मोहगांव
02- रामकिशोर पिता कुलवंत कोरचे उम्र 23 साल निवासी मोहगांव
03- लक्ष्मण पिता चंद्रलाल कुरवेती उम्र 25 साल निवासी मोहगांव
04- अनिल पिता गनपत उम्र 24 साल निवासी मोहगांव
05- राजकुमार पिता सरवन राम उम्र 32 साल निवासी मोहगांव
सभी आरोपियों को दिनांक 13 अप्रैल 2020 को गिरफ्तार कर घटना में उपयोग किये गये तार, टार्च, सब्बल, कुल्हाड़ी, लाठी आदि बरामद किये गये. इनके दो साथी अभी फरार हैं.
सराहनीय कार्य –
अपराध की पतासाजी करने एवं आरोपियों को पकड़ने में थाना प्रभारी निरीक्षक जी0एस0 उड़के, उनि दामिनी हेडोउ, सउनि संजीव मिश्रा, शांताराम पाल, आरक्षक हजारीलाल कुड़ापे, सुधीर मिश्रा, ओमकार परतेती, कमलेश राहंगडाले का विशेष योगदान रहा.