सिवनी : विगत 3 अप्रैल को पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के कोर परिक्षेत्र कर्माझिरी के वनक्षेत्र के गश्ती के दौरान जलाशय के पास एक नर बाघ (टी-21) निस्तेज अवस्था में पाया गया एवं इलाज के दौरान बाघ को पूर्ण निगरानी में रखा गया।
निगरानी के उपरांत बाघ को किसी भी प्रकार से खांसते हुए नहीं देखा गया ।लक्षणों से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि बाघ को किसी प्रकार का इन्फेक्शन होने की संभावना है उन्हीं लक्षणों के अनुसार हाथियों से डॉटिंग द्वारा बाघ का इलाज किया गया एवं बाघ को पूरी समय देखरेख में रखा गया।
4 अप्रैल 2020 को प्रातः 9:00 बजे उसकी मृत्यु हो गई एनटीसीए के निर्देशानुसार उसका शव परीक्षण किया गया।
पोस्टमार्टम के दौरान जो मुख्य बातें सामने आई कि बाघ की आंतों का हेयर बाल की वजह से अवरुद्ध होना एवं पेट में बहुत सा मिट्टी वाला पानी पाया गया। इससे बाघ के अन्य अंग संक्रमित होना पाया गया ,प्रारंभिक लक्षणों में बाघ को वायरल राइनो ट्रेकियाइटिस्ट होने की संभावना है।
पोस्टमार्टम से स्पष्ट हुआ कि आंतों के अवरुद्ध हो जाने की वजह से संक्रमण पूरे शरीर में फैल गया। जिसकी वजह से बाघ मृत्यु हो गई। 4 अप्रैल को नियमानुसार बाघ का शव दाह कर दिया गया हैं। स्पष्ठ किया जाता है कि बाघ में कोरोना संक्रमण के कोई भी लक्षण नही पाया गया हैं। आमजनों से अपवाह में ध्यान न देने की अपील की गई हैं।