सिवनी: सिवनी से बालाघाट के माध्यम मध्यप्रदेश सड़क विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 18 वर्ष पूर्व बीटीओ योजना के अंतर्गत 90 किलोमीटर सड़क बनायी गई थी, जहां एमबीएल कंपनी द्वारा टोल प्लाजा संचालित कर निर्माण लागत वसूल की, जिसके बाद इस मार्ग से आवागमन करने वाले वाहनों को टोल फ्री कर दिया गया था।
इसके बाद सरकार ने सड़क की मरम्मत कर टोल प्लाजा वसूले जाने के आदेश जारी किये है, जिसका बालाघाट व सिवनी जिले के राजनैतिक दलों व आमजनों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 8 सड़कों में पुन: टोल प्लाजा संचालित करने का निर्णय बीते माह अगस्त 2021 में लिया गया था, जिसमें सिवनी-बालाघाट मार्ग को भी शामिल किया गया।
शासन के जारी निर्देशों के अनुसार 10 अगस्त से एमपीआरडीसी द्वारा अधिकृत एजेंसी ने टोल वसूल करना आरंभ भी कर दिया, परंतु इसी दौरान 12 अगस्त को डंपर यूनियन, जिला कांगे्रस कमेटी, तथा बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोडिय़ा द्वारा पुरानी सड़क पर मरम्मत कर टोल वसूली किये जाने को स्थगित करने के लिये आंदोलन आरंभ किया।
विभिन्न संगठनों द्वारा स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को सेलुआ टोल प्लाजा स्थल में विशाल धरना प्रदर्शन व चक्काजाम किया जाकर भारी विरोध प्रदर्शन किया गया।
आम जनता व राजनैतिक संगठनों के विरोध के बाद स्थितियां परिवर्तित होते देख सिवनी के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा से जिला भाजपा अध्यक्ष आलोक दुबे व विधायक मुनमुन राय ने इस मामले पर चर्चा की, जिसके बाद आंदोलन और जनविरोध को ध्यान में रखते हुये स्थानीय प्रशासन द्वारा टोल प्लाजा आगामी आदेश तक बंद कर दिया गया था।
ज्ञात हो कि जब भी किसी सड़क मार्ग में वाहनों से शुल्क वसूली के लिये टोल प्लाजा प्रारंभ किया जाता है, उसके पूर्व राजपत्र में टोल वसूली हेतु प्रकाशन कर सूचना सार्वजनिक की जाती है।
इसके अलावा टोल प्लाजा वसूली में कोई संशोधन होता है तो उसकी सूचनाएं भी सार्वजनिक किया जाना अनिवार्य है, लेकिन देखा जाये तो सेलुआ प्लाजा के स्थगन के संबंध में कोई सूचना प्रकाशित नहीं की गई, जहां चर्चाएं यह भी है कि अधिकारियों के मौखिक निर्देश पर सेलुआ टोल प्लाजा 15 अगस्त 2021 से स्थगित किया गया था, अब पुन: आगामी 15 अक्टूबर से एमपीआरडीसी टोल वसूली करने की तैयारियों में लग गया है।
बालाघाट में हुई बैठक
सिवनी-बालाघाट मार्ग पर सेलुआ के साथ गर्रा में भी एमपीआरडीसी द्वारा टोल प्लाजा का संचालन आरंभ किया जाना है, जिसे लेकर बीते मंगलवार को एसडीएम बालाघाट द्वारा विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में बस व ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों से चर्चा की, जहां उपस्थितजनों ने इस प्लाजा के संचालन को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है।
प्रयास होंगे की आरंभ ना हो प्लाजा
जिला भाजपा अध्यक्ष आलोक दुबे ने बताया कि टोल प्लाजा संचालन को प्रभारी मंत्री के निर्देश पर स्थगित किया गया था, यदि पुन: एमपीआरडीसी शुल्क वसूली आरंभ करेगा तो इसे बंद करने के लिये प्रभारी मंत्री से चर्चा कर टोल प्लाजा संचालन बंद करानें हेतु प्रयास किये जायेंगे।
जनता पर आर्थिक बोझ
जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार खुराना ने कहा कि पहले ही सिवनी जिला चारो ओर संचालित टोल प्लाजों से घिरा हुआ है, ऐसे में पुरानी सड़क पर टोल वसूली आरंभ होना जनता पर आर्थिक बोझ डालेगा, कांगे्रस पहले भी विरोध कर चुका है और ऐसा हुआ तो पुन: आंदोलन होगा।
डंपर यूनियन करेगा विरोध
जिला डंपर यूनियन के अध्यक्ष बाबा तिवारी ने बताया कि पूर्व में भी सर्वदलीय आधार पर सेलुआ टोल प्लाजा को बंद करने के लिये आंदोलन प्रारंभ किया गया था, हालांकि इसे बाद में इसे राजनैतिक रूप दे दिया गया था, यूनियन पुन: पुरजोर तरीके से इस मामले पर अपना विरोध करेगा।
निरंतर करेंगे आंदोलन
प्रदेश कांगे्रस कमेटी सचिव राजा बघेल ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुये कहा कि भाजपा सरकार सिवनी के साथ लगातार भेद-भाव कर रही है, टोल प्लाजा सहित अन्य स्थानीय मुद्दों को लेकर मुहिम आरंभ की जायेगी, जो समस्याओं के निराकरण तक चलती रहेगी।
विरोध की बनायेंगे रूपरेखा
वर्षों पुरानी सड़क पर पुन: टोल वसूली करना समझ से परे है, जिला ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष एजाज खान ने कहा कि सभी यूनियनों से चर्चा कर टोल प्लाजा विरोध की रूपरेखा तैयार की जायेगी।
ये क्या कहते है
15 अक्टूबर से सेलुआ एवं गर्रा टोल प्लाजा आरंभ करने की तैयारियां कर ली गई है, जिसे लेकर बालाघाट जिले में बैठक हो चुकी है।
दीपक आड़े |प्रबंधक, एमपीआरडीसी