सिवनी/धारनाकला (एस.शुक्ला): बस स्टेंड धारनाकला मे स्थापित मा जगत जननी की महा आरती प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी समिति के द्वारा व्यापक तैयारीया की जा रही है, चूकि इस वर्ष महा आरती समिति के ही देवी भक्त अभिजीत निक्की जैसवाल के द्वारा महिलाओ को 1111 एक हजार एक सौ ग्यारह आरती की थाल महा आरती के लिये भेट की जा रही है जिसमे धारनाकला सहित आस पास के ग्राम से भी महिलाये मा जगत जननी की महा आरती मे सम्मलित होकर पुन्य लाभ अर्जित करेगी
1949 से मनाया जाता है नव रात्री पर्व
उल्लेखनीय है कि धारना कला बस स्टैंड मे वर्ष 1949 से मा जगत जननी का नव रात्री पर्व बडे उत्साहपूर्ण रूप से मनाया जा रहा है हालाकि जिन्होने इस पर्व की शुरूआत की थी वे आज बुजुर्ग हो चुके है किन्तु उनकी इस पर्व के प्रति आस्था आज भी और वे अपनी उपस्थिति देते हुऐ नव युवको का मार्ग दर्शन करते रहते है और नवयुवको के द्वारा प्रारम्भ की गई महा आरती मे विशेष रूप से अपनी उपस्थिति देते है और मा जगत जननी की महा आरती मे उपस्थित होकर पुन्य लाभ अर्जित करते है.
नवमी तिथी को होती है महा आरती
बस स्टेंड धारना कला मे प्रति वर्ष नवमी तिथी को महा आरती सम्पन्न होती है जिसमे प्रति वर्ष सात सौ इकावन आरती से अधिक आरतीयो की थाल सजाकर महिलाये मा के दरबार मे महा आरती के लिये हाजिरी देती है किन्तु इस वर्ष अभिजीत जैसवाल के द्वारा अपनी माता मधुबाला जैसवाल की स्मृति मे एक हजार एक सौ ग्यारह आरती की सजी हुई थाल महिलाओ को भेट की गई है जिससे इस वर्ष महा आरती मे महिलाओ का जगमगाती आरती की थाल लेकर मा के दरबार मे उपस्थिती और हाजिरी देना तय है इस लिये समिती के द्वारा नवमी के पूर्व ही महा आरती की भव्य तैयारीया प्रारम्भ कर दी गई है.
चांदी की थाल से होगी आरती की शुरूआत
यहा यह भी उल्लेखनीय निक्की जैसवाल के 11 ग्यारह चांदी की आरती की थाल भी भेट स्वरूप दी जा रही है किन्तु यह आरती की थाल कन्याओ को दी जायेगी जो महा आरती मे सर्व प्रथम मा जगत जननी की आरती की शुरूआत करेगी.
चांदी के सिक्के की होती है भरमार
यहा यह बताना भी लाजिमी है कि प्रति वर्ष महा आरती मे चांदी के सिक्के की भी बौछार होती है और सैकडो सिक्के उन महिलाओ के थाल मे प्रसादी के साथ जाते है जो महिलाये महा आरती मे आरती की थाल सजाकर अपनी हाजिरी मा जगत जननी के दरबार मे देती है इसके साथ एक विशेष सोने का पेंड ल भी गुप्त रूप से आरती की थाल मे प्रसादी के पैकेट के साथ परोसा जाता है जो देवी भक्त नसीब वाली महिला को प्राप्त हो जाता है
लाखो की जमीन छोडी मा के लिये
निक्की जैसवाल ने बस स्टैंड की बेश कीमती जमीन मा जगत जननी के पर्व के लिये दान भी कर दी है तथा लाखो की लागत से इसी वर्ष मा की स्थापना के लिये मंच का निर्माण भी कराया गया है.
वैसे पूर्व मे जहा मा की प्रतिमा स्थापित होती थी यह बस स्टैंड प्रांगण भार्गव राईस मिल के नाम से जाना जाता था किन्तु अब इस प्रांगण के मालिक निक्की जैसवाल है और इन्होने इस प्रांगण को हमेशा के मा के लिये सुरक्षित कर दिया है