सिवनी । कोरोना वायरस और कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर जहां चहुओर और सतर्कता बरती जा रही है वहीं जिला अस्पताल में कोरोना मरीज को लेकर स्वास्थ्य अमला, डॉक्टर भी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। सोमवार को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना लक्षण से संबंधित मरीजों को जब टेस्ट कराया गया तो इनमे से कुछ मरीज होम आइसोलेशन की बात कहकर फार्म भरने लगे वही इसी दौरान एक मरीज मौका देख कर अस्पताल से फरार हो गया।
इस मामले में जब जिला अस्पताल सिवनी के सिविल सर्जन डॉ विनोद नावकर से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि मरीज के अब फरार होने पर उसे फरार कहेंगे या फिर क्या कहेंगे? आजकल कोई भी अस्पताल में भर्ती रहना नहीं चाहता। लोग मानते भी नहीं हैं कि कोरोना है और वे टेस्ट कराने से भी बचते है। सोमवार को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों में से तीन-चार लोगों को टेस्ट हुए थे जिनमें से एक मरीज ने होम आइसोलेशन का फार्म भर दिया जिसे बुखार था और दूसरे मरीज ने बिना फार्म भरे ही चला गया।
हमने उक्त मरीज की सूचना कोतवाली पुलिस को दे दी है। वही जब सिविल सर्जन से यह जानकारी ली गई कि उक्त मरीज कहां का था? क्या नाम था? उसकी उम्र क्या थी? थाने में फिर किसकी जानकारी देकर शिकायत दर्ज कराई गई? इस मामले में डॉ नावकर पूरी तरह अनभिज्ञ रहे। उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि कोतवाली में इसकी सूचना दे दी गई है। हालांकि उनसे जब यह कहा गया कि इसकी जानकारी अभी फिलहाल कोतवाली में भी नहीं है। तो उन्होंने कहा कि मैं पुनः कोतवाली मैं फोन लगाकर इसकी जानकारी लेता हूं।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अज्ञात फरार व्यक्ति के विषय में यह बात सामने आ रही है कि वह बंडोल थाना अंतर्गत किसी एक गांव का मरीज है। बुजुर्ग मरीज के फरार होने की अभी तक स्वास्थ्य विभाग से पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। इस मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर विनोद नावकर का कहना है कि फरार कोरोना मरीज की सूचना हमने कोतवाली में दे दी है।