सिवनी: सिवनी जिले में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से सिवनी जिले के नगरीय क्षेत्रों के प्रमुख चौक चौराहे में लटकाए गए ट्रैफिक सिग्नल लगभग 2 वर्षों से धूल खा रहे है। सिवनी जिले में कई ऐसे व्यस्ततम क्षेत्र है जहाँ ट्रैफिक हमेशा ही बना रहता है.
नगर के बीचो बीच कोतवाली थाने से कुछ कदम दूर नगर पालिका चौराहे जैसे व्यस्ततम इलाके का ट्रैफिक सिग्नल भी बंद पड़ा है, हालाँकि सिर्पिफ नगरपालिका चौराहा ही नहीं नगर के पूरे सिग्छनल ही बंद पड़े हुए है. इन सबके बीच सबसे मजेदार बात तो यह है कि पिछले साल 2020 के अक्टूबर माह में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में 07 दिनों के भीतर नगर के ट्रैफिक सिग्नलों को शुरु करने के आदेश दिए गए थे जिसके बाद उम्मीद थी की जिले में ट्रैफिक सिग्नल फिर चालु हो सकेंगे.
पर सिवनी जिले में यह तो शुरू से ही देखा गया है आदेशो को अवेहेलना कैसे की जाती रही है. अक्टूबर 2020 में दिए गए आदेशो के बाद भी आज 20 नवम्बर 2021 तक उन आदेशों का पालन नहीं हो सका ।
लाखों रुपये की लागत से लगाए गए थे ट्रैफिक सिग्नल
नगर में यातायात व्यवस्था तो खैर कभी ठीक तरह से दिखाई देती ही नहीं है, फिर भी नगर की यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए नगर को बड़े बड़े शहरों की तरह अच्छी व्यवस्था के साथ ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के उद्देश्य से लाखों रुपये की लागत से सिवनी जिले के नगरीय क्षेत्र और मुख्य भीड़ भाड वाले इलाकों जैसे नपा चौक, कचहरी चौक, छिंदवाड़ा चौक, सर्किट हाउस चौक, बाहुबली चौक में ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए थे।
हालाँकि सिवनी वालों को व्यवस्था और बड़े शहरों की तरह कुछ नसीब तो होता है पर सिर्फ लिमिटेड समय के लिए.
घटिया किस्म के लगे थे सिग्नल ?
सिवनी जिले के नगरीय क्षेत्र के मुख्य मार्गों पर ( नपा चौक, कचहरी चौक, छिंदवाड़ा चौक, सर्किट हाउस चौक, बाहुबली चौक ) सिग्नलों को लगाने वाली कंपनी द्वारा घटिया किस्म के ट्रैफिक सिग्नल लगाए थे जिससे सिग्नल कभी भी बंद होने लगे थे और फिर अब तो बंद ही पड़े है.
बुधवारी बाजार मतलब अव्यवस्थाओं का ठिकाना
सिवनी जिले के नगरीय क्षेत्र में स्थित मुख्य बाजार जिले बुधवारी बाजार के नाम से जाना जाता है इस बाजार में अव्यवस्थाओं का भण्डार शुरू से ही रहा है. बाजार के मुख्य मार्गों से लेकर अन्दर वाली सड़कों पर बीचों-बीच हाथ ठिलिया में दुकान लगाने वालों के कारण यह मार्ग अत्यधिक रूप से छोटा हो जाता है जिसमे आप सिर्फ पैदल ही निकल सकते है .इसके साथ ही बीच सड़क के दोनों तरफ दुकानों के सामने ग्राहकों की बाइक साइकल खड़े रहने के कारण भी मार्ग और भी ज्यादा छोटा हो जाता है.
जब बुधवारी के व्यापारियों और वहां मौजूद नागरिकों से इस बारे में बातचीत की गयी तो उन्होंने बताय की कुछ समय पहले जिला प्रशासन ने बेहतर आवागमन के लिए मार्ग के बीचो-बीच हाथ ठिलिया में दुकानें लगाने वालों को यहां से हटा दिया था. लेकिन कुछ समय बाद ही अब फुटकर व्यापारियों ने पुनः उसी मार्ग पर कब्जा करना शुरू क्र दिया है और दुकानें लगा ली।
बुधवारी बाजार नगर का मुख बाजार है यहाँ गांव हो या शहर सभी क्षेत्र से खरीदारी करने ग्राहकों की भीड़ बनी ही रहती है ऐसे में यहाँ ऐसे छोटी छोटी सड़कों से दोनों तरफ से लोगों को आवाजाही में परेशानियों का सामना लगातार ही करना पड़ रहा है।
वहीं नागरिकों ने बताया कि संकीर्ण मार्ग में मवेशियों की धमाचौकड़ी भी बनी रहती है जिसके कारण आमजनों व व्यापारियों में भी भय का वातावरण बना रहता है।