धारनाकला (एस.शुक्ला): बृहताकाल सहकारी समिति आष्टा मे व्याप्त अनियमितताओ की जैसे ही जांच प्रारम्भ हुई वैसे ही। और भी अनेको अनियमितताओ का खुलासा होने लगा है.
उल्लेखनीय है कि समिति के द्वारा वर्ष 2021 ,22 मे समिति के द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य खरीदी केन्द्र आष्टा एवम खरीदी केन्द्र कल्याणपुर मे किया गया था जिसमे धान खरीदी प्रभारी के द्वारा अपने स्वार्थ की रोटी सेकने मे तो कोई कसर नही छोडी गई किन्तु गरीबो का मजदूरो का तथा खरीदी मे उपयोग आने वाली सामग्री का भुगतान आज तक नही किया गया है जिससे गरीब मजदूरो का दीवाली जैसा त्योहार भी सूना रहा है और गरीब अपने मजदूरी भुगतान को लेकर आज भी धान खरीदी प्रभारी के चक्कर लगा रहे है.
आम सभा मै भी हो चुका है हंगामा
उल्लेखनीय है समिती की आम सभा मे भी मजदूर एवम हमाल तथा सामग्री प्रदाय करने वाले दर्जनो लोगो ने समिति की वार्षिक आम सभा मे अपने भुगतान को लेकर बात रखते हुए हंगामा खडा किया था और आम सभा मे भी समिती के कर्मचारीयो का काला चिट्ठा लोगो के सामने खुलकर आया था एवं समिति की आम सभा भी सम्पन्न नही हो पाई थी और किसानो ने आम सभा का बहिष्कार भी कर दिया था किन्तु समिति के कर्णधार ने अपने रिकार्ड मे आम सभा सम्पन्न की मुहर लगा दी
गेहू खरीदी मे भी हुआ गोलमाल
यहा यह भी उल्लेखनीय है की समिती के द्वारा कल्याणपुर खरीदी केन्द्र मे समर्थन मूल्य पर गेहू खरीदी का भी कार्य किया गया जिसमे किसानो के द्वारा स्वय ही खरीदी केन्द्र मे लाये गये गेहू की भराई और तुलाई का कार्य किया गया चूकि धान खरीदी मे इनके द्वारा बरती गई अनियमितताओ के कारण मजदूर वर्ग ने एवं हममालो ने काम करना ही उचित नही समझा था ऐसी स्थिति मे किसानो के द्वारा अपनी लाई गई उपज को भरने और तौलने का काम किया गया किन्तु समिति के खरीदी प्रभारी ने फर्जी तरीके से गेहू खरीदी मे हमाल एवं मजदूरो के नाम का तक पैसा निकालकर गोलमाल कर दिया
यहा यह बताना भी लाजिमी है की धान खरीदी एवम गेंहू खरीदी के लिये प्रासंगिक व्यय के रूप मे नागरिक आपूर्ति निगम से राशि प्राप्त होती है किन्तु उस राशि का किस तरह दुरूपयोग हुआ है यह आष्टा की समिती मे देखा जा सकता है
हमाल एवं मजदूरो के लीडर ने स्वीकार किया फर्जी बिल प्रस्तुत करना
यहा यह भी उल्लेखनीय है की समिती द्वारा की गई धान एवम गेहू खरीदी मे हमाल एवम मजदूरो से काम तो कराया गया किन्तु उन्हे फर्जी बिल प्रस्तुत करने के लिये भी खरीदी प्रभारी द्वारा कहा गया और खरीदी प्रभारी के कहने पर हमाल एवम मजदूरो के लीडर द्वारा लाखो रूपये के फर्जी बिल आम सभा मे प्रस्तुत कर दिये गये जब समिति से जुडे लोगो ने कहा की इतना पैसा आपका बाकि नही है तब खरीदी मे लगे हमाल एवम मजदूरो के लीडर ने सच्चाई बता ही दी की उसने खरीदी प्रभारी के दबाव मे फर्जी बिल बनाकर पेश किया था और यह भी बताया की उसके मजदूरो के वास्तविक पैसा 47000 सैतालीस हजार रूपये है किन्तु प्रशासक के समक्ष 163000 एक लाख तिरसठ हजार का बिल पेश किया गया है.
मनमाने तरीके से भी हुई भरतिया
बृहताकार सहकारी समिति आष्टा मे ग्रामीण जनो का यह भी आरोप है कि इस समिति मे नियमो को ताक पर रखकर धनबल के सहारे कर्मचारीयो की भर्ती भी की गई है तथा सहकारिता नियमो को ताक पर रखकर सहकारी समिति आष्टा को डुबाने मे कोई कसर नही छोडी गई है जिसे भी समिति प्रबंधक के दायित्व का मौका मिला उसी के द्वारा समिति को गर्त मे ले जाने व अपना स्वार्थ सिद्ध करने मे कोई कसर नही छोडी गई
उपायुक्त सहकारिता सिवनी से जारी हुआ नोटिस
यहां यह बताना भी लाजिमी है की धान खरीदी प्रभारी आष्टा एवम कल्याणपुर को धान खरीदी मे बरती गई अनियमितताओ और भारी मात्रा मे धान की घटत आने पर लगभग तेईस से चौबीस लाख रूपये वसूली के नोटिस भी जारी हुऐ है चूकि दोनो धान खरीदी केन्द्र मे धान खरीदी प्रभारीयो ने अपनी तो चांदी पीटने मे कसर नही छोडी पर समिति को जरूर गर्त मे ढकेलने कोई कमी नही रखी
समिती हुई ब्लेक लिस्टेड
यहा यह भी उल्लेखनीय है समिती मे पदस्थ कर्म चारियो की अर्थ लोलुपता के चलते समर्थन मूल्य धान खरीदी मामले यह समिति ब्लेक लिस्टेड हो चुकी है और मजे की बात तो ये है कि इसके पूर्व के वर्षो मे भी यह समिति ब्लेक लिस्टेड हो चुकी है उसके बाद भी समिति मे पदस्थ कर्म चारियो ने समिति हित को ध्यान मे न रख अपना हित सबसे पहले रखा है और समिती की नैया डुबाने मे तो कमी नही रखी पर स्वय मालामाल बनकर बैठे है
क्यो नही होती ठोस कार्रवाई
यहा यह भी उल्लेखनीय है की समिती की अनियमितताऐ अनेको बार सामने आती है और जांच भी होती है परन्तु ठोस कार्रवाई न होने से इनके हौसले बढते जाते है वर्तमान मे भी समिती की जाच प्रारम्भ है और कार्यवाही भी हो रही है और यही कार्य वाही जाच के बाद ठोस तरीके से होगी तो किसानो से जुडी इस समिती का कायाकल्प जरूर बदलेगा ऐसी उम्मीद जनता द्वारा की जा रही है