SEONI NEWS: सिवनी में खाद्य सुरक्षा प्रशासन की मुस्तैदी. सिवनी जिले में खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने त्योहारों के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन के निर्देशानुसार, जिले के विभिन्न स्थानों पर औचक निरीक्षण किया जा रहा है ताकि खाद्य पदार्थों में मिलावट और अमानक सामग्रियों के इस्तेमाल पर रोक लगाई जा सके। इसी क्रम में दिनांक 15 और 16 अक्टूबर 2024 को खाद्य सुरक्षा प्रशासन के दल ने सिवनी शहर के प्रमुख मिठाई विक्रेताओं और किराना दुकानों से खाद्य पदार्थों के नमूने लिए।
मिठाई भंडार और किराना दुकानों की जांच
इस अभियान के तहत, रितेश गुप्ता काली चौक मिष्ठान भंडार, नटराज स्वीट्स, अड़कु लाल मिष्ठान भंडार, और बहोरी कला स्थित किराना दुकानों से खाद्य पदार्थों के नमूने संग्रहित किए गए। सभी नमूने गुणवत्ता जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, भोपाल भेजे गए हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हैं और इनमें कोई मिलावट नहीं है।
फूड कलर की गड़बड़ियों का खुलासा
खाद्य सुरक्षा प्रशासन के दल ने बुधवारी बाजार स्थित संजय जनरल स्टोर्स में निरीक्षण के दौरान अमानक और एक्सपायरी डेट के फूड कलर पाए। यह एक गंभीर मुद्दा है क्योंकि एक्सपायरी डेट पार कर चुके या अमानक फूड कलर के इस्तेमाल से स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है। जांच में पाया गया कि संजय जनरल स्टोर्स के मालिक संजय लखेरा इन अमानक फूड कलर्स की बिक्री कर रहे थे, जो खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 का उल्लंघन है।
खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के तहत कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 के तहत संजय लखेरा पर प्रकरण दर्ज किया गया है। इस अधिनियम के अनुसार, किसी भी प्रकार के अमानक, एक्सपायरी या मिलावटी पदार्थों की बिक्री कानूनी अपराध है और इसके लिए कठोर सजा का प्रावधान है। प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फूड कलर के नमूने भी जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इनका उपयोग मानवीय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक न हो।
प्रशासन का सख्त रुख और जिम्मेदारी
प्रशासन का यह कदम निश्चित रूप से सराहनीय है, क्योंकि त्योहारों के समय लोग मिठाइयों और अन्य खाद्य पदार्थों का बड़े पैमाने पर उपभोग करते हैं। ऐसे में यदि खाद्य पदार्थों में मिलावट या अमानक सामग्रियों का उपयोग किया जाता है, तो यह उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। प्रशासन द्वारा उठाए गए इस सख्त कदम से अन्य दुकानदारों के बीच भी एक सख्त संदेश जाएगा कि मिलावट या अमानक सामग्रियों के उपयोग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और उपभोक्ता सुरक्षा
आज के समय में उपभोक्ताओं को जागरूक होना आवश्यक है, खासकर जब त्योहारों का मौसम होता है और बाजार में मिलावटी सामान की अधिकता हो जाती है। खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा किए गए ये निरीक्षण उपभोक्ताओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए किए जाते हैं। ऐसे समय में उपभोक्ताओं को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वे जिन दुकानों से खाद्य पदार्थ खरीदते हैं, वे विश्वसनीय हों और उनके उत्पाद गुणवत्ता मापदंडों पर खरे उतरते हों।
खाद्य सुरक्षा की दिशा में प्रशासन का अगला कदम
आगे चलकर, खाद्य सुरक्षा प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि सभी जांचे गए नमूनों की रिपोर्ट जल्द से जल्द आ जाए और यदि किसी भी नमूने में कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि बाजार में विक्रेताओं द्वारा बेचे जा रहे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की निरंतर जांच हो सके और उपभोक्ताओं का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।